दंतेवाड़ा: एस सी ई आर टी छत्तीसगढ़ रायपुर के द्वारा राज्य के ऐसे बच्चे जो लर्निंग लॉस के कारण कक्षा स्तर से पिछड़ गए हैं उन छात्रों को उपचारात्मक शिक्षण प्रदान करने के लिए ’’नवा जतन’’ कार्यक्रम प्रायोजित किया जा रहा है। कोरोना कालीन परिस्थितियों के कारण एवं बेसलाइन आकलन परिणाम के विश्लेषण ने इस बात को प्रतिपादित किया है कि लगभग 49 बच्चे अपने कक्षा स्तर से नीचे हैं। इन बच्चों के स्तर उठाने के लिए ही नवा जतन का आगाज किया गया है। इस कार्यक्रम के प्रशिक्षण के लिए राज्य स्रोत समूह के रूप में प्रत्येक जिले के 4 सदस्यों को बुलाया गया था। जिसमे एपीसी ढलेश आर्य, डाइट शिक्षक पतिराम ठाकुर एवं 2 शिक्षक प्रितेश यादव सीधे राज्य से प्रशिक्षित हुए हैं। जो उपचारात्मक शिक्षण के विभिन्न बिंदुओं को अपने जिले में बी ई ओ, एबीईओ, बीआरसी, सीएसी तथा पीएलसी को प्रशिक्षित करेंगे। सीएसी अपने संकुल के सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। नवा जतन कार्यक्रम अपने आप मे अनूठा इस लिए है कि इसमें सामान्य कक्षा के दौरान ही उपचारात्मक शिक्षण को कराया जाना है। प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन के लिए एस सी ई आर टी के विषय विशेषज्ञों ने अपने विषय के उपचारात्मक शिक्षण कैसे किए जाने हैं, इस हेतु सेतु पाठ्यक्रम और लर्निंग आउटकम आधारित बेसलाइन आकलन पर प्रस्तुत किया था। जिसके अनुसार जिले के आंकड़ों के अनुसार जिले में समीक्षा की जा रही है। यह पूरा कार्यक्रम एससीईआरटी के संचालक डॉ राजेश सिंह राणा के विशेष मार्गदर्शन एवं निर्देशन में चल रहा है। इस कार्यक्रम से बच्चों के लर्निंग क्लास को पूरा किया जाएगा। विकासखंड गीदम, कटेकल्याण के संकुल समन्वयकों का 10-11दिसंबर को प्रशिक्षण और दंतेवाड़ा, कूआकोण्डा के संकुल समन्वयकों का 13-14 दिसंबर को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक शिक्षक को अपने विद्यालय स्तर पर इस कार्यक्रम नवा जतन को गम्भीरता से लागू करने हेतु यह प्रशिक्षण अनिवार्य है।