नई दिल्ली। स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से पढ़ाई जाने वाले नई पाठ्य पुस्तकें बच्चों के लिए न सिर्फ रुचिकर, बल्कि भारतीयता के रंग में भी पूरी तरह रंगी हुई होंगी। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने फिलहाल तीसरी कक्षा की गणित सहित चार विषयों की नई पाठ्य पुस्तकों के ई-वर्जन को जारी किया है।
इन पाठ्य पुस्तकों के नाम भारतीय वाद्य यंत्रों के नाम पर रखे गए हैं। इनमें वीणा, संतूर, सितार व बांसुरी जैसे नाम हैं। स्कूलों के लिए तैयार की गई इन किताबों के कवर पेज पर चंद्रयान, अग्नि मिसाइल सहित देश का गौरव बढ़ाने वाले पहलुओं को भी जगह दी गई है।
तीसरी कक्षा की किताबों में बदलाव
एनसीईआरटी ने तीसरी कक्षा की जो चार विषयों की नई पुस्तकें जारी है, उनमें गणित, हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू की पाठ्य पुस्तकें शामिल है। इस कक्षा की बाकी पुस्तकें जिनमें आर्ट और फिजिकल एजुकेशन भी अगले दस दिनों के भीतर जारी हो जाएगी। इस दौरान हिंदी की पुस्तक को वीणा, अंग्रेजी की पुस्तक को संतूर, उर्दू की पुस्तक को सितार और आर्ट एजुकेशन की पुस्तक को बांसुरी जैसे नाम दिए गए हैं। एनसीईआरटी का दावा है कि छठी कक्षा की नई पाठ्य पुस्तकें भी लगभग तैयार हो चुकी हैं। इन्हें भी जल्द जारी कर दिया जाएगा।
15 मई तक आएंगी किताबें
15 मई तक तीसरी और छठी कक्षा की सभी पाठ्य पुस्तकें छप कर आ जाएंगी। तीसरी और छठी कक्षा की यह सभी नई पाठ्य पुस्तकें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप तैयार की गई हैं। इस साल नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों के प्रीपेटरी, मिडिल और सेकेंडरी स्तर की पहली कक्षा की पाठ्य पुस्तकें तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत ही तीसरी व छठी कक्षा की पाठ्य पुस्तकें तैयार की गई है।
हालांकि, नौवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तकें इस साल नहीं तैयार हो पाई हैं। माना जा रहा है कि इनमें अभी और समय लगेगा। करीब साल भर का और समय लग सकता है। स्कूलों के नए नेशनल कैरीकुलम फ्रेमवर्क के तहत अगले साल यानी 2025-26 के शैक्षणिक सत्र में इन सभी स्तरों के अगली कक्षाओं यानी चौथी, पांचवीं, सातवीं कक्षाओं की किताबें आएगी।
नई किताबों से पहले छात्रों को करना होगा ब्रिज कोर्स
स्कूलों में तीसरी और छठी कक्षा के छात्रों के नए शैक्षणिक सत्र से नई पाठ्य पुस्तकों को पढ़ने से पहले एक ब्रिज कोर्स करना होगा। एनसीईआरटी ने इस ब्रिज कोर्स को तैयार कर जारी कर दिया है। तीसरी कक्षा का ब्रिज कोर्स करीब एक सप्ताह का होगा, जबकि छठी कक्षा का ब्रिज कोर्स करीब एक महीने का होगा।
इस दौरान छात्रों को पुराने पाठ्यक्रम से नए पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार करने के लिए जरूरी पढ़ाई कराई जाएगी। एनसीईआरटी के मुताबिक केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सीबीएसई स्कूलों से जुड़े चु¨नदा शिक्षकों को 15 और 16 अप्रैल को ब्रिज कोर्स और नए पाठ्यक्रम को पढ़ाने से जुड़ा एक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
क्या कहते हैं एनसीईआरटी निदेशक
एनसीईआरटी निदेशक प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा ‘नए शैक्षणिक सत्र से तीसरी और छठी कक्षा में नई पाठ्य पुस्तकें पढ़ाई जाएंगी। इसकी तैयारी हो चुकी है। तीसरी कक्षा की चार पुस्तकें जारी हो गई हैं। छठी कक्षा की पुस्तकें भी जल्द ही जारी कर दी जाएगी। 15 मई तक सभी नई पुस्तकें छपकर आ जाएंगी। इससे पहले स्कूलों को ब्रिज कोर्स पढ़ाने को कहा गया है। अभिभावक से अनुरोध है कि वह पुस्तकों को लेकर जल्दबाजी न दिखाएं, न ही गलत किताबें खरीदें।’