Truecaller ने यूजर्स के लिए नया फीचर रोल आउट किया है। ट्रूकॉलर का यह फीचर यूजर्स के पास आने वाले AI जेनरेटेड स्पैम वॉइस कॉल्स को ब्लॉक कर देगा। पिछले दिनों जिस तरह से AI के जरिए आवाज बदलकर स्कैम के मामले सामने आए हैं, उसे देखते हुए ट्रूकॉलर का यह फीचर यूजर्स के लिए काफी उपयोगी होने वाला है। इससे पहले भी ट्रूकॉलर ने स्कैम डिटेक्शन, स्कैम कॉल ब्लॉकिंग जैसे फीचर्स यूजर्स के लिए रोल आउट किए हैं। आइए, जानते हैं ट्रूकॉलर के इस नए फीचर के बारे में और जानेंगे कि यह कैसे काम करता है?

Truecaller का यह फीचर रियल टाइम में कॉल की जांच कर सकता है। यह AI बेस्ड कॉल स्कैनर यूजर के मोबाइल पर आने वाले कॉल को रियल टाइम में चेक करके यह पता लगा लेगा कि जो कॉल आई है, उसमें रियल आवाज है या फिर AI के जरिए आवाज जेनरेट की गई है। कंपनी ने अपने  X हैंडल से इस फीचर के बारे में जानकारी शेयर की है। ट्रूकॉलर ब्लॉग के मुताबिक, यह AI कॉल स्कैनर फीचर आने वाले कॉल में कॉलर की वॉइस को कुछ सेकेंड के लिए रिकॉर्ड करता है और जांच करता है कि वह आवाज रियल है कि नहीं

ट्रूकॉलर ने बताया कि इसके लिए कंपनी ने इन हाउस AI मॉडल का इस्तेमाल किया है, जिसे इंसानों के बोलने और AI द्वारा निकाले गए आवाज के बीच अंतर पता लगाने के लिए ट्रेनिंग दी गई है। Truecaller का यह फीचर फिलहाल केवल प्रीमियम यूजर्स के लिए हैं और वो Android स्मार्टफोन में इसे यूज कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने फोन में इंस्टॉल ट्रूकॉलर ऐप को लेटेस्ट V14.6 के साथ अपडेट करना होगा।

इस तरह यूज करें AI कॉल स्कैनर

  • सबसे पहले यूजर को Truecaller को अपने स्मार्टफोन के डिफॉल्ट कॉलिंग ऐप के तौर पर सेट करना होगा।
  • इसके बाद कॉल आने पर यूजर को स्क्रीन पर Start AI Detection का प्रॉम्प्ट दिखाई देगा।
  • अगर, यूजर को कॉलर की आवाज को लेकर कोई संदेह है तो वो इस प्रॉम्प्ट पर टैप कर दें।
  • इसके बाद कॉल कुछ सेकेंड के लिए होल्ड पर चली जाएगी और यूजर को स्क्रीन पर Analysins दिखाई देगा, जिसका मतलब है कि AI मॉडल कॉल की जांच कर रहा है।
  • इसके बाद फोन की स्कीन पर नोटिफिकेशन आएगा, जो बताएगा कि आने वाला कॉल में AI वॉइस का यूज किया गया है कि नहीं किया गया है।

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