बलरामपुर: नव पदस्थ पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज, राम गोपाल गर्ग ने बलरामपुर का प्रथम भ्रमण किया गया। सर्वप्रथम पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज द्वारा रक्षित केंद्र बलरामपुर के परेड ग्राउंड पहुंचकर सलामी ली गई तत्पश्चात पुलिस महानिरीक्षक द्वारा रक्षित केंद्र बलरामपुर में परेड का निरीक्षण किया गया परेड निरीक्षण के दौरान अच्छी वेशभूषा धारण करने वाले जवानों को पुरस्कृत किया गया बाद पुलिस महानिरीक्षक द्वारा रक्षित केंद्र बलरामपुर में किट परेड का भी निरीक्षण किया गया किट निरीक्षण उपरांत एमटी शाखा का विधिवत निरीक्षण किया गया।
रक्षित केंद्र बलरामपुर में परेड निरीक्षण बाद आईजी सरगुजा द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में मोहित गर्ग पुलिस अधीक्षक बलरामपुर की मौजूदगी में जिले के सभी थाना-चौकी प्रभारियों की बैठक ली गई एवं जो अधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं थे उन्हें वर्चुअली मीटिंग में जोड़कर बैठक में शामिल किया गया। बैठक में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक बलरामपुर ने आईजी सरगुजा को जिले की सामान्य जानकारी से अवगत कराया। तत्पश्चात पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा द्वारा बारी-बारी से समस्त थाना चौकी प्रभारीयों से उनके थानों में पुराने लंबित अपराध, मर्ग, शिकायत जांच के बारे में जानकारी प्राप्त की गई तथा पुराने प्रकरणों का जल्द से जल्द निराकरण करने एवं थाना चौकी में प्राप्त फरियाद सूचना रिपोर्ट पर बिना विलंब किए तत्परता के साथ यथोचित कार्यवाही सुनिश्चित करने तथा बैंक एवं वित्तीय संस्थानों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से सतत निगाह रखने तथा नियमित रुप से गश्त पेट्रोलिंग करने तथा थाना चौकी में अभिलेख को उत्तम तरीके से रखने, स्थाई वारंटी को अधिक से अधिक तामिली अभियान चलाकर करने, आम जनता के मध्य पुलिस की स्वच्छ होनी चाहिए, अवैध मादक पदार्थों का परिवहन किसी भी प्रकार से नहीं हो, सूचना प्राप्त होने पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंचे कहा गया। बैठक में आईजी राम गोपाल गर्ग ने थाना-चौकी प्रभारियों का परिचय लेते हुए थाना क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति, थाना-चौकी में तैनात बल, लंबित मामलों की जानकारी लेते हुए उसे समयावधि में निराकृत करने के निर्देश दिए।
इस बैठक के दौरान आईजी सरगुजा ने निर्देशित किया कि आम जनता में पुलिस की छवि को और बेहतर बनाने पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी घटना-दुर्घटना अथवा अपराध की सूचना लेकर कोई फरियादी/आवेदक थाना आता है तो उसकी तत्काल सुनवाई की जाए, चाहे मामला किसी दूसरे क्षेत्र का ही क्यों न हो, विधि के अनुसार अपराध की सूचना पर शून्य में मामला पंजीबद्ध कर संबंधित थाने को विवेचना के लिए भेजी जाए, इससे आमजनता और पुलिस के बीच मधुर संबंध स्थापित होगा।
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने के कड़े निर्देश दिए गए। अपराध एवं अपराधियों को रोकने एवं बेसिक पुलिसिंग को और सशक्त और मजबूत करने, लंबित मामलों सहित चिटफण्ड के मामलों का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए।
चिटफण्ड के मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी में सक्रिय होकर कार्य करे, चोरी-नकबजनी के मामले में गंभीरतापूर्वक आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तारी एवं शत् प्रतिशत माल बरामद करने, महिला सुरक्षा, सामुदायिक पुलिसिंग एवं यातायात नियमों के प्रति जागरूकता तथा सड़क दुर्घटना पर रोक लगाने के लिए जरूरी कदम उठाते हुए शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करें साथ ही साइबर अपराध के मामले प्रकाश में आने पर त्वरित मामला पंजीबद्ध करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय होना और दिखना चाहिए, अपने पद का दायित्वों का निर्वहन में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी चाहिए।
बलरामपुर भ्रमण के दौरान, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन प्रशांत कतलम, डीएसपी मुख्यालय जितेन्द्र खूंटे, एसडीओपी रामानुजगंज नारद सूर्यवंशी बैठक में उपस्थित रहे तथा अतरिक्त पुलिस अधिक्षक बलरामपुर सुशील नायक, एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी एवम् एसडीओपी वाडरफनगर अभिषेक झा वर्चुअली मीटिंग में उपस्थित हुए। बैठक में रक्षित निरीक्षक बलरामपुर, समस्त थाना चौकी प्रभारी वा पुलिस अधीक्षक कार्यालय बलरामपुर के पुलिस अधिकारीगण मौजूद रहे।
आईजी सरगुजा ने बीट प्रणाली मजबूत करने पर दिया जोर
आईजी सरगुजा ने बैठक में कहा कि पुलिस का कार्य अपराधों पर अंकुश लगाना है और यह तभी सम्भव है, जब हम जाबाजी और इमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए हममें से हर एक को अपने क्षेत्र में मेहनत और संवेदनशीलता से कार्य करना होगा। जिले में पुलिस की बीट प्रणाली को मजबूत करने के साथ ही सूचना तंत्र को भी प्रभावी बनाने को लेकर निर्देश दिया। बीट प्रणाली को मजबूत बनाए के लिए हर थाने का बीट अधिकारी व जवान अपनी बीट में जाकर लोगों से जनसम्पर्क करेगा और लोगों से उनकी समस्या से अवगत होगा और ग्राम की प्रत्येक गतिविधियों के बारे में जानकारी लेगा, साथ ही त्वरित सूचना आदान-प्रदान के लिए बीट क्षेत्र के ग्रामीणों और पुलिस अधिकारी व जवानों का वाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया।