हैदराबाद: भारत के प्रमुख लौह अयस्क उत्पादक, एनएमडीसी ने 67 वर्षों की उल्लेखनीय यात्रा का उत्सव मनाया। इस अवसर पर इस्पात मंत्रालय के सचिव  संदीप पौंड़्रिक  आईएएस ने एनएमडीसी के मुख्यालय का दौरा किया और निगम की विभिन्न परियोजनाओं और उपलब्धियों की समीक्षा की। एनएमडीसी के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार)  अमिताभ मुखर्जी ने सचिव को कंपनी की प्रगति, संचालन दक्षता स्थिरता पहल  और विकास योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

एनएमडीसी के 67वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में ‘सीएमडी एक्सीलेंस अवार्ड 2024’ समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इस्पात सचिव  संदीप पौंड़्रिक थे। कार्यक्रम में एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, और उनके परिवार शामिल हुए।इस समारोह में ‘खनिज रत्न’, ‘एनएमडीसी रत्न’, और ‘सीएमडी शील्ड फॉर बेस्ट डिपार्टमेंट’ जैसे पुरस्कार प्रदान किए गए। ये पुरस्कार एनएमडीसी के कर्मचारियों के योगदान को सम्मानित करने के लिए 2023 में शुरू किए गए थे। 

सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी ने कहा, “यह हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य का उत्सव है। अगले 6 वर्षों में हमें 100 मिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य हासिल करना है। हमें अपनी स्थिरता और वैज्ञानिक उत्कृष्टता की बुनियाद को बनाए रखते हुए देश और अपने आप से उच्चतम उम्मीदें रखनी होंगी।” 

इस्पात सचिव  संदीप पौंड़्रिक ने कहा, “मैं एनएमडीसी को उसके 67वें स्थापना दिवस पर बधाई देता हूं। खनन क्षेत्र की चुनौतियों के बावजूद एनएमडीसी ने देश की प्रगति में अहम योगदान दिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि कंपनी 2030 तक 100 मिलियन टन उत्पादन के लक्ष्य को हासिल करेगी।”स्थिरता, नवाचार, और प्रचालन उत्कृष्टता में सीमाओं को आगे बढ़ाते हुए, एनएमडीसी ‘विकसित भारत @2047’ के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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