नई दिल्ली. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नए साल की शुरुआत में सोमवार को ’सड़क सुरक्षा फोर्स’ की शुरुआत से पहले पंजाब की सड़कों को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से एक पहल की. पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है जो दुर्घटना संभावित क्षेत्र की जानकारी लोगों को पहले ही दे देगा. मैपमाईइंडिया के सहयोग से राज्य भर की 784 दुर्घटनाओं वाले ब्लैक स्पॉटों को नेविगेशन सिस्टम मैपलस एप के द्वारा मेप किया गया है. पंजाब डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने आज चंडीगढ़ में यह जानकारी.
डीजीपी ने बताया कि मैपलस एप का प्रयोग करने वाले नागरिक अब पंजाबी में वॉयस अलर्ट प्राप्त करेंगे, जो यात्रियों को आगे आने वाले ब्लैक स्पॉट के बारे सचेत करेंगी, जिससे पंजाब सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की मैपिंग करने वाला पहला राज्य बन गया है. मैपमाईइंडिया की मैपलस एप को विशेष तौर पर भारत के लिए 100 फीसदी स्वदेशी एप के तौर पर तैयार किया गया है. कहा गया कि वॉयस संदेश “ब्लैकस्पॉट 100 मीटर की दूरी पर है“ देकर यात्रियों को सचेत करेगा, जिससे पंजाब दुर्घटनाओं के बारे जानकारी देने वाला एकमात्र राज्य बना है. एक्सीडेंट ब्लैक स्पॉट एक ऐसी जगह है जहां पूर्व में आमतौर पर सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए होते हैं.
अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( ए. डी. जी. पी.) ट्रैफ़िक अमरदीप सिंह राय ने अपने विचार सांझा करते हुये इस बात पर ज़ोर दिया कि यह ड्राइविंग सहायता पंजाब की सड़कों पर समूचे सुरक्षित ड्राइविंग अनुभव के लिए तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि पंजाबी में वॉयस अलर्ट को सक्रियता से लागू करना एक और ज्यादा चौकस ड्राइविंग कम्युनिटी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
उन्होंने कहा कि दुर्घटना के ब्लैक स्पॉटस की ऐसी व्यापक मैपिंग को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनने के लिए पंजाब गर्व महसूस करता है. इसके अलावा, इसे उपयोगकर्ताओं की जरूरतों के अनुसार बनाया गया है, जो क्षेत्रीय भाषाओं में वॉयस अलर्ट की पेशकश करती है. पंजाब के ट्रैफिक सलाहकार डा. नवदीप असीजा ने कहा कि मैपमाईइंडिया के सहयोग से राज्य भर में ट्रैफिक प्रबंधन को सुचारू बनाने के साथ-साथ बिना किसी लागत के नागरिकों, यात्रियों और आम लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए हमारे यत्नों में से एक विशेष कदम है.