बस्तर में ईलाज झाड़ फूंक तक ही सीमित है सरकार, भूपेश और टीएस सिंहदेव की आपसी लड़ाई का खामियाजा भुगत रहे है आदिवासी

जगदलपुर: पिछले दिनों रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा की आदिवासियों के मौत का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास कोई आंकड़ा नहीं हैं, सरकार आदिवासियों के मौत पर गंभीर नहीं हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पलटवार करते हुई पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि सरकार के पास 70 से अधिक बेगुनाह आदिवासियों की मौत हुई, सरकार के पास न तो आंकड़ा हैं और न ही संवेदनशीलता, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव की आपसी कुर्सी की लड़ाई का खामियाजा निर्दोष आदिवासियों को भुगतान पड़ रहा हैं जिसकी ज़िम्मेदार प्रदेश की कांग्रेस सरकार हैं।

श्री कश्यप ने आगे कहा की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के मृतकों को 50-50 लाख रुपए देने की घोषणा करते हैं जबकि छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार की लापरवाही से सिलगेर और भरण्डा में हुए आदिवासियों की मौत पर सरकार मौन साधे बैठी हैं।ईलाज के नाम पर सरकार झाड़ फूंक तक ही सीमित है मौत के कई महीनों पश्चात् सरकार ने गठित किया टीम पर ईलाज अभी तक संभव नहीं हो पा रहा है।रेगड़ट्टा में गंभीर एनीमिया की बिमारी से 20लोगों की मौत हुईं और 45 लोगों की रहस्यमई मौत का कारण सरकार अभी तक पता नहीं कर पाई, सरकार आदिवासियों के मौत के कारण को लीपा पोती कर रहीं और न ही अभी तक सरकार का कोई भी नुमाईंदा रेगड़गट्टा में मामले को जानने अभी तक नहीं पहुंचा हैं। मेडिकल की टीम ने 20 एनीमिया की मौत के कारण को स्वीकार किया है परंतु अभी तक ईलाज की सुविधा अभी तक संभव नहीं हो पाई है ।

भुपेश बघेल पता करना चाहिए मौत का आंकड़ा:- केदार कश्यप

केदार ने कहा कि मुख्यमंत्री असंवेदनशील बयानबाजी करके नैतिक जिम्मेदारी से भाग रहें हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आदिवासियों की मौत का जवाब देना होगा।

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