अंबिकापुर: प्रदेश के रायपुर व दुर्ग जैसे बड़े शहरों की तर्ज पर अब अम्बिकापुर में भी उच्च तकनीक के प्रयोग से पूरे शहर की निगरानी हेतु इंटीग्रेटेड पुलिस सीसीटीवी कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सरगुज़ा रेंज के पहले इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस कंट्रोल रूम के माध्यम से शहर के 35 स्थानों पर लगे 97 सीसीटीवी कैमरे की जद में पूरा शहर होगा और इनका नियंत्रण कंट्रोल रुम से होगी। इसके साथ ही इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम से अपराध नियंत्रण, अपराध विवेचना, साक्ष्य जुटाने में मदद मिलेगी। ऑप्टिकल फाइबर से लैस कोन्ट्रोल रूम में 24 घंटे निर्बाध इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी और डायल 112 की टीम भी इसी हाईटेक कंट्रोल रूम से संचालित होगी। 55 इंच के 4 एलईडी टीवी को जोड़ कर सभी सीसीटीवी कैमरे को कनेक्ट किया गया है। कंट्रोल रूम की स्थापना के लिए जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ फण्ड से 71 लाख 85 हजार रुपये उपलब्ध कराया गया है।
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीजीपी श्री जुनेजा ने कहा कि पुलिस अनुसंधान के क्षेत्र में नई-नई तकनीक का प्रयोग बढ़ते जा रहा है। वर्ष 2020 में बाद से सीसीटीवी कैमरे की आवश्यकता बढ़ते गई। अब अपराध अनुसंधान की शुरुआत सीसीटीवी से होती है। इसकी उपयोगिता बढ़ते जा रही है। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम तथा कैमरों की वार्षिक रखरखाव भी करे ताकि संचालन, रिकॉर्डिंग व फुटेज की स्पष्टता बनी रहे। उन्होंने सीसीटीवी एनालिस्ट की टीम गठित कर उचित विश्लेषण करने तथा सुपरवाइजरी ऑफिशियल को भी कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की जानकारी देने कहा।
बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम की स्थापना शहर के लिए ऐतिहासिक है। लंबे समय से इसकी स्थापना के लिए प्रयास किया जा रहा था। इस कंट्रोल रूम की स्थापना से अपराधियों में भय रहेगा और अपराध करने में डरेंगे। महापौर डॉ अजय टिर्की ने कहा कि अम्बिकापुर के स्वच्छता मॉडल की तरह अब सुरक्षा में भी एक नया अध्याय जुड़ गया। पूरा शहर की निगरानी इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम से होगी। महिलाओं, बलिकाओं को भी अब सुरक्षित महसूस होगी।
पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग ने कहा कि जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम की स्थापना किया गया है जिससे विवेचना, साक्ष्य, निगरानी व कानून व्यवस्था के नियंत्रण में मदद मिलेगी। इससे पुलिस की दक्षता व कुशलता बढ़ेगी। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम की स्थापना के प्रयास 2014 से चल रहा था। पहली बार कुछ पुराने व नए सीसी टीवी कैमरों को इंटीग्रेटेड कर ऑप्टिकल फाइबर से अपग्रेड किया गया है। बड़े शहरों की तरह अब शहर की निगरानी हो पाएगी। पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम के बारे में विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि कंट्रोल रूम में व्यूविंग गैलरी की भी महत्त्वपूर्ण कार्य रहेगा जिससे कानून व व्यवस्था का भी अवलोकन कर सकते हैं और वरिष्ठ अधिकारी दिशा-निर्देश दे सकते हैं।
इन स्थानों पर लगा सीसीटीवी- बिलासपुर चौक, नया बस स्टैण्ड, घड़ी चौक, महामाया चौक, संगम चौक, थाना गांधीनगर, दरिमा मोड़, तकिया रोड तिराहा, केन्द्रीय विद्यालय एमजी रोड, भारत माता चौक, सद्भावना चौक, चांदनी चौक, शिकारी रोड, लरंगसाय चौक, महाराणा प्रताप चौक, मिशन तिहरा, कुम्हारा रोड, आकाशवाड़ी चौक, गांधी चौक, गंगापुर चौक, नया बस स्टैण्ड चौक, गुरूनानक चौक, गुदरी चौक, चौपाटी, माया लॉज चौक, स्टेडियम गेट, जय स्तंभ चौक, समलाया मंदिर तिराहा, जिला अस्पताल तिराहा, अंबेडकर चौक, कन्या परिसर मोड़, जायका होटल के सामने, नवापारा चौक, गोधनपुर चौक एवं महामाया मंदिर में लगाई गई है।
इस अवसर पर रायपुर से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रदीप गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक गुप्त वार्ता अजय यादव वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। कार्यक्रम स्थल पर मुख्य वन संरक्षक शएल नावेद शुजाउद्दीन, नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई, वनमंडलाधिकारी पंकज कमल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, पार्षद हरमिन्दर सिंह टिन्नी सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।