अम्बिकापुर: कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशानुसार राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार कोराष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर डेंगू से बचाव व नियंत्रण हेतु जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन ʺसमुदाय के सहभागिता से डेंगू नियंत्रण करें“ की थीम पर हुआ। इस अवसर पर जिले में जन जागरूकता रैली, बैठक, स्वास्थ्य, शिक्षा, सोर्स रिडक्शन गतिविधि, नारा लेखन एवं विभिन्न प्रचार-प्रसार के माध्यम से जनसामान्य को जागरूक किया गया।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि डेंगू बीमारी वायरस से होने वाली बीमारी है जो कि मादा एडिस एजिप्टी मच्छर के द्वारा फैलता है। यह मच्छर दिन के समय काटते हैं तथा रूके हुये साफ पानी में अण्डे देती है, इससे बचाव हेतु अपने घर के आस-पास गड्ढे, कूलर, गमले, नारियल के खोल, फ्रिज ट्रे, टायर, अनुपयोगी बर्तन में पानी जमा ना होने दें। निस्तारी योग्य पानी में लार्वीसाइड का उपयोग करें, कूलर का पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर दुबारा उपयोग करें एवं मच्छरदानी का उपयोग करें। डेंगू के लक्षण के सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि इसमें बुखार, उल्टी, जी मिचलाना, शरीर में लाल चक्ते, जोडों में दर्द, आँख घुमाने पर आँखों के पीछे दर्द होता है। उन्होंने बताया कि इसके प्रारंभिक जांच के लिये जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आर.डी.टेस्ट किट द्वारा निःशुल्क जांच किया जाता है तथा डेंगू प्रकरण की पुष्टि हेतु राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध जिला चिकित्सालय अम्बिकापुर में एलाईजा जांच की सुविधा उपलब्ध है।