अम्बिकेश गुप्ता
कुसमी। हिंडालको इंडस्ट्रीज लिमिटेड खान प्रभाग सामरी के द्वारा सामरी एवं आसपास के ग्राम पंचायतो में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान प्लास्टिक के उपयोग से बचने की अपील कर ग्रामीणों को हिंडालको खान प्रभाग सामरी खान प्रमुख विजय चौहान के मार्गदर्शन में सीएसआर अधिकारी विजय मिश्रा ने हजारों ग्रामीणों को कपड़े थैली का निशुल्क वितरण किया।
इस आयोजन के संबंध में हिंडालको सामरी खान प्रमुख विजय चौहान ने वार्तालाप में बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय छ.ग. पर्यावरण संरक्षण मंडल के निर्देशानुसार विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जैव विविधता संरक्षण प्रकृति के बचाव हेतु हमारे द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान के साथ – साथ पौधारोपण किया जाता हैं इसके आलवा हर वर्ष 5 जून को हिंडालको द्वारा संचालित सीएसआर कार्यक्रमों के अंतर्गत सामरी एवं आसपास के क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं. इसी तारतम्य में सोमवार सीएसआर प्रमुख विजय मिश्रा के नेतृत्व में 5 जून को शुद्ध वातावरण, स्वस्थ जीवन के लिए सामरी के कूटकू स्थित आदित्य विद्या मंदिर विद्यालय, ग्राम पंचायत राजेंद्रपुर सहित आस- पास के प्रांगण में पौधा रोपण किया गया तथा पौधे के बचाव हेतु लोगों को जागरूक रहने का संदेश दिया. वहीं सामरी में हजारों ग्रामीणों को कपड़े बैग का निशुल्क वितरण कर प्लास्टिक के उपयोग से होने वाली हानिकारक प्रभाव को ग्रामीणों के बिच साझा कर प्लास्टिक के उपयोग से बचने अपील की गई.
प्लास्टिक के उपयोग से खुद को रखें दूर – चौहान
देश में लगातार प्लास्टिक उपयोग बंद कर पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अभियान चलाया जा रहा हैं. नगरीय प्रशासन द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कपड़े के थैले उपयोग करने की अपील की जाती रहीं हैं इस ओर जोर देते हुवें हिंडालको खान प्रभाग सामरी खान प्रमुख विजय चौहान ने भी प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ का संदेश देते हुवें हुवें कहाँ हैं हमारे व टीम द्वारा ग्रामीणों को कपड़े के थैले वितरित कर प्लास्टिक हटाओ पर्यावरण बचाओ के नारों के साथ ग्रामीणों को प्लास्टिक के प्रति जागरूक एवं पर्यावरण के प्रति प्रेरित करने का कार्य कर रहे हैं. जिसके तहत सोमवार को एक हजार कपड़े के बैग वितरित किए गए. व प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ कैंपेन का नारा देकर लोगों को जागरुक किया गया हैं. तथा पॉलिथीन से होने वाले हानिकारक दुष्परिणामों से ग्रामीण जनों को अवगत कराया.