बलरामपुर: राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, रायपुर के तत्वाधान में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की योजनाओं पर आधारित प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त जिला कार्यालय के सभा कक्ष में किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्मिलित किसानों को एकीकृत बागवानी विकास मिशन एवं उद्यानिकी योजनाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। इसके साथ ही किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र एवं राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से उद्यानिकी के क्षेत्र में किसानोन्मुखी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है इसकी जानकारी भी दी गई। प्रशिक्षण में जिले के 93 कृषकों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रेना जमील के मुख्य आतिथ्य में किया गया। प्रशिक्षण में सर्वप्रथम राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के उपनिदेशक एस.के शर्मा ने राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की उपलब्धियों एवं उद्यान विभाग में फसल के उत्पादन की नई प्रक्रियाओं व दिशा-निर्देशों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सहायक संचालक उद्यान पतराम सिंह पैकरा ने कृषकों को बताया कि जिले में उद्यानिकी फसलों के लिए वातावरण अनुकूल है। उन्होंने राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना अंतर्गत फल, सब्जी, मसाला, पुष्प एवं औषधि फसलों के क्षेत्र एवं उसके विस्तार, लागत इकाई, कृषक अंशदान तथा अनुदान राशि व इससे किस प्रकार लाभ लिया जाए इसकी संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने अनुकूल जलवायु को देखते हुए फूलों की खेती करने तथा मधुमक्खी पालन कर लाभ प्राप्त करने को कहा। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस. पी सिंह ने किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर में चल रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने उच्च गुणवत्ता वाले फलदार पौधे तथा साग-सब्जियों के फसल लेने तथा इसके लाभ की जानकारी प्रदान की गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अनिल सोनपाकर, डॉ. गौरवकांत, आरती कुजूर के द्वारा भी बागवानी फसलों की खेती तथा इसके महत्व की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के रिजीनल मैनेजर संजय वर्मा ने किसानों को बताया कि बैंक के द्वारा राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के प्रत्येक योजनाओं में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत बैंक द्वारा किसानों को उद्यानिकी फसल लेने के लिए ऋण भी प्रदान किया गया है। इसके साथ ही किसानों को उद्यानिकी फसल स्ट्रॉबेरी, नींबू, अमरूद, आम इत्यादि के लिए किसानों के लगभग 150 एकड़ भूमि पर ऋण स्वीकृत किया गया है।
इस प्रशिक्षण में उप संचालक कृषि शिवकुमार प्रसाद, उद्यान, कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।