अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ शासन ,उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार राजीव गांधी पीजी कॉलेज में बीर बाल दिवस के पुण्य अवसर पर व्याख्यान माला आयोजित की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परमवीर सिंह बावरा, टिन्नी सम्माननीय पार्षद ,अंबिकापुर नगर पालिक निगम ने कहा की धर्म, संस्कृति एवं स्वाभिमान की रक्षा हेतु अपने जीवन का बलिदान देने वाले गुरु गोविंद सिंह महाराज के पुत्रों व माता गुजरी की शहादत को समर्पित करने का आज दिन है। उच्च शिक्षा विभाग के संस्थानों में इस तरह के आयोजन से निश्चय ही आज की पीढ़ी को नया ऐतिहासिक ज्ञान प्राप्त होगा।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि त्रिलोक कपूर कुशवाहा ने भारत के मध्यकाल के इतिहास को पुनर्लेखन करने की आवश्यकता पर बल दिया।हमारा मध्यकाल अनेकानेक शूरवीरों एवं शहादत करने वालों के जीवन से भरा पड़ा है।इस अवसर पर अंबिकेश केसरी भाजपा नेता ,नवरोज सिंह बाबरा, रविंद्र प्रताप सिंह टुटेजा की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।व्याख्यान माला के मुख्य वक्ता जी. एस. सोढ़ी वरिष्ठ समाजसेवी ने सिख धर्म के महानायक गुरु गोविंद सिंह एवं उनके परिवार की शहादत को विभिन्न वाख्यानों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

राजीव गांधी कॉलेज के पूर्व छात्र लक्की सिंह ने तत्कालीन समाज के आवश्यकताओं के अनुरूप राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने और उनकी सुरक्षा करने में गुरु गोविंद सिंह के साहस और अतुलनीय बलिदान को स्पष्ट किया गया।नगर के युवा चिकित्सा डॉक्टर हर्ष प्रीत सिंह टुटेजा ने गुरु गोविंद सिंह जी एवं उनके शूरवीर पुत्रों जोरावर सिंह और फतेह सिंह की योगदानों को काव्य पाठ के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

नगर के गुरु सिंह सभा के वर्तमान अध्यक्ष रघुवीर सिंह छाबड़ा ने वीर बाल दिवस के आयोजन के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा धर्म की रक्षा के लिए खुद के जान की कुर्बानी देने वाले गुरु गोविंद सिंह और उनके पुत्रों के अंतिम समय तक मुगल आतताईयों के सामने नहीं झुकने वाले ऐतिहासिक साक्ष्यों को प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के पूर्व छात्र वेदांत तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा की वीर बाल दिवस बलिदान को सम्मान देने के लिए मनाए जाने का आव्हान केंद्र सरकार द्वारा की गई है । कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती के फोटो चित्र पर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
अपने स्वागत उद्बोधन ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रिजवान उल्ला ने कहां की वीर बाल दिवस आयोजन अवसर पर नगर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति से महाविद्यालय गौरवान्वित हुआ है। निश्चय ही बीर बाल दिवस 17 वीं शताब्दी के ऐतिहासिक नायकों की शहादत को स्मरण करने एवं वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से आयोजित है।

इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ आर के जायसवाल, डॉ ममता गर्ग, डॉ दीपक सिंह, बृजेश कुमार, डॉ अजय पाल सिंह, डॉक्टर कामिनी, देव कुमार दुबे, सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक , एनएसएस ,एनसीसी के छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एस एन पांडे ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय आई क्यू एसी सी के समन्वयक डॉक्टर अनिल सिन्हा ने किया।

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