अंबिकापुर: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर शिक्षकों का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बहुउद्देश्यीय हाईस्कूल अम्बिकापुर के सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग सरगुजा एवं एविडेंस एक्शन संस्था के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। यह आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पी.एस.सिसोदिया एवं जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. संजय गुहे के दिशानिर्देशन तथा नोडल डॉक्टर शैलेन्द्र गुप्ता एवं डाँ.पुष्पेंद्र राम डीपीएम के मार्गदर्शन में किया जा रहा है । प्रशिक्षण के प्रथम सत्र के दौरान प्रचार्य श्री एच.के.जायसवाल ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य का विषय जूड़ा हुआ है । बच्चें स्वास्थ्य रहेगें तो पुरे तन्मयता के साथ शिक्षा ग्रहण करेंगे । ऐसे में सभी शिक्षकों का दायित्व होता है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम में सहयोग देकर इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनायें ।
प्रशिक्षक डॉक्टर वर्षा शर्मा ने बताया कि एलबेंडाजोल की दवा पेट की दवा कृमि को मारता है । वर्ष में दो बार छः माह के अन्तराल बच्चों को दिया जाता है । शोध में यह पाया गया है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के फलस्वरूप स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है । बच्चें स्वास्थ्य रहते है । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षा विभाग की अहम भूमिका का । एविडेंस ऐक्शन संस्था भी पुरी तन्मयता के साथ स्वास्थ्य विभाग को सहयोग कर रही है । जिला समन्वयक राज नारायण द्विवेदी ने कहा कि बच्चों की शारिरीक एवं मानसिक विकास की दृष्टि भारत सरकार एवं राज्य शासन द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को एक अभियान के रूप में चलाया जा रहा है ।आभार प्रदर्शन करते हुए शिक्षक अंचल सिन्हा ने कहा कि 09 सितंबर को स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में सभी बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा खिलाया जायेगा । जिस बच्चें चबा-चबा कर खायेंगे । छोटे बच्चों को चुरा करके दवा खिलाना है । स्वास्थ्य विभाग के वशी रहमान ने बताया कि रिपोर्टिंग प्रपत्र की जानकारी देते हुऐ कहा कि पिछले सत्र में आपलोगों के सहयोग से सरगुजा जिला छत्तीसगढ़ प्रांत में एक नम्बर पर रहा। इस बार भी पुरी निष्ठा और लगन से इस कार्यक्रम को सफल बनायेगे। शिक्षा विभाग की भारती गुप्ता ने बड़ी कुशलता और दक्षता से इस प्रोग्राम के लिए क्वाडीनेश किया जिससे 500 से अधिक शिक्षकों का सहभागिता रहा । उम्मीद है इस बार भी अच्छें परिणाम आयेंगे ।