नई दिल्ली: रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है। इस हमले के बाद कई सैनिकों और नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति को चेतावनी दी और कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध को चुना है और अब वह इसका परिणाम भुगतेंगे। हम G-7 देश मिलकर रूस को जवाब देंगे। VTB सहित रूस के 4 और बैंकों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूसी हमले को एक पूर्व नियोजित हमला करार देते हुए कहा है कि हफ्तों से हम चेतावनी दे रहे हैं कि ऐसा होगा। हमने जो भवष्यिवाणी की थी, ठीक वैसा ही हुआ।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यूक्रेन में हमारी सेना जंग के लिए नहीं जाएंगी। NATO के सभी देशों को हमारा समर्थन रहेगा। ये हम सबके लिए एक ख़तरनाक समय है। निर्यात नियंत्रण रूस के उच्च-तकनीकी आयात के आधे से अधिक को बंद किया जाएगा। हम रूस के साइबर हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
पुतिन से बात करने की कोई योजना नहीं
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि किसी भी देश पर जबरन कब्जा सही नहीं है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूक्रेन की मदद को तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है। वह पूर्व सोवियत संघ को फिर से स्थापित करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि उनकी महत्वाकांक्षा उस जगह के बिल्कुल विपरीत है जहां इस समय हम हैं।
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को कहा कि यूक्रेन में रूस का विशेष सैन्य अभियान ”मजूबरी में उठाया गया कदम” है और मॉस्को के पास कोई और विकल्प नहीं बचा था। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भरोसा दिलाया कि रूस का इरादा वैश्विक आर्थिक प्रणाली को ”नुकसान पहुंचाना” नहीं है। रूस की सरकारी संवाद समिति ‘तास’ ने बताया कि पुतिन ने यहां शीर्ष रूसी कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा कि रूस के लिए सुरक्षा खतरों को इतना बढ़ा दिया गया था कि किसी अन्य तरीके से प्रतिक्रिया देना असंभव था।
पुतिन ने कहा, ”यह सबसे महत्वपूर्ण बात है, यह स्पष्ट होना चाहिए: जो चीजें हो रही हैं, वे मजबूरी में उठाए जा रहे कदम हैं। उन्होंने हमारे पास और कोई कदम उठाने का विकल्प ही नहीं छोड़ा।” उन्होंने कहा, ”रूस वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा है। हम जिस वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रणाली का हिस्सा हैं, हमारा इरादा उसे नुकसान पहुंचाना नहीं है।”
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों द्वारा लगाए जा रहे प्रतिबंधों के लिए उनका देश पहले से तैयार था और देश के पास प्रतिबंधों के बीच वित्तीय प्रणाली में स्थिरता बनाए रखने के लिए पर्याप्त वित्तीय संसाधन हैं।