रायपुर। विधानसभा चुनाव 2023 के नवनिर्वाचित 90 विधायकों में से 17 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी सामने आई है। इनमें छह पर जानबूझकर चोट पहुंचाने और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप हैं। एडीआर(एसोसिएशन फार डेमोक्रेटि रिफार्म्स) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 90 नवनिर्वाचित विधायकों में से 17 (लगभग 19 प्रतिशत) ने अपने चुनावी हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है, वहीं छह (7 प्रतिशत) विधायकों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

भाजपा के 54 विधायकों में से 12 (22 प्रतिशत) और कांग्रेस के 35 विधायकों में से पांच (14 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी तरह, भाजपा के चार (7 प्रतिशत) विधायक हैं और कांग्रेस के दो (6 प्रतिशत) विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक दर्ज हैं। रिपोर्ट के अनुसार, निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (पाटन सीट), देवेन्द्र यादव (भिलाई नगर) और अटल श्रीवास्तव (कोटा) के नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।

इसी तरह पूर्व मंत्री राजेश मूणत (रायपुर शहर पश्चिम) और दयालदास बघेल (नवागढ़), शकुंतला सिंह पोर्ते (प्रतापपुर), उधेश्वरी पैकरा (सामरी), ओपी चौधरी (रायगढ़), विजय शर्मा (कवर्धा सीट), विनायक गोयल (चित्रकोट-एसटी) और आशाराम नेताम (कांकेर-एसटी) भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों में से हैं, जिन पर रिपोर्ट के अनुसार आपराधिक मामले चल रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 में, 90 निर्वाचित विधायकों में से 24 (27 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे, जिनमें से 13 (14 प्रतिशत) गंभीर आरोपों का सामना कर रहे थे।

बता दें कि, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी 54 सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है। वर्ष 2018 में 68 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 35 सीटों पर ही सिमट कर रह गई, जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) एक निर्वाचन क्षेत्र में जीतने में कामयाब रही। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी इस बार अपना खाता खोलने में विफल रही।

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