राजनादगांव: छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में पंचायत सचिव ने अपनी पत्नी की गला घोंट कर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी पंखे से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। दोनों के शव मंगलवार सुबह उनके कमरे में मिले। घटना का कारण अभी तक सामने नहीं आ सका है। हालांकि परिजन इसके लिए अक्सर आने वाले फोन कॉल को लेकर आशंका जता रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही आगे कुछ बता सकेगी। दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम सेंदरी निवासी अरुण चंद्रवंशी उम्र 40 वर्ष कोटनापानी पंचायत सचिव था। वह रोज की तरह सोमवार को भी पंचायत ड्यूटी पर गया। वहां से वैक्सीन लगवाने के बाद दोपहर को घर लौट आया। रात को खाना खाने के बाद सब अपने-अपने कमरों में सोने चले गए। सुबह जब काफी देर तक पंचायत सचिव के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने आवाज लगाई। काफी देर कोशिश के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया।
पलंग पर पड़ा था पत्नी का शव
कमरे में अरुण का शव नाइलोन की रस्सी से पंखे से लटका हुआ था। जबकि उसकी पत्नी सूरज बाई चंद्रवंशी उम्र 36 वर्ष का शव पलंग पर पड़ा था। इस पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। आसपास जानकारी लगने पर लोगों की भीड़ जुट गई। बताया जा रहा है कि कपड़े से सूरज बाई का गला घोंटा गया था। उसके गले पर भी निशान मिले हैं। दंपती के दो बच्चे हैं। दोनों उस रात अपने माता-पिता से अलग दूसरे कमरे में अन्य परिजनों के साथ सो रहे थे।
फोन कॉल से परेशान था भाई
छोटे भाई युवराज ने बताया कि अरुण अक्सर रविवार को आने वाले फोन कॉल से परेशान रहता था। कॉल किसका आता था, इसकी जानकारी परिवार के किसी सदस्य को नहीं है। पुलिस को यह भी जानकारी लगी है कि अरुण का किसी के साथ रुपयों का लेनदेन था। इसके चलते वह अक्सर परेशान रहता था। हालांकि पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। जांच अधिकारी एसआई राधा बोरकर ने कहा कि मामले की जांच कर रहे हैं। इसके बाद ही कुछ बता सकेंगे।