अंबिकापुर/सेदम: सेटलमेंट के आधार पर जाती प्रमाण पत्र जारी करने कोरवा समाज के लोगों ने बतौली तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।सरगुजा कोरवा समाज के परसु राम ने बताया कि बतौली तहसील कार्यालय में कोरवा समाज के लोगों को पहाड़ी कोरवा के नाम पर जाति प्रमाण पत्र जारी किया जा रहे हैं जो सरासर गलत है, पहाड़ी कोरवा के नाम पर कोई जाति है ही नहीं, कुछ लोगों द्वारा शासन प्रशासन को गुमराह कर पहाड़ी कोरवा के नाम पर जाति प्रमाण पत्र जारी करवाया जा रहा हैं ,जिससे कोरवा समाज के लोगों को शासकीय योजना का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है , इन्होंने बताया कि पहाड़ी कोरवा नाम का कोई जाति नहीं है जिसका प्रमाण सरगुजा संभाग के अन्तर्गत जशपुर जिले के कार्यालय परियोजना अधिकारी पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर विकास अभिकरण से प्राप्त सूचना का अधिकार पत्र क्रमांक /222/योजना/पहाड़ी कोरवा/2010-11जशपुर 28 सितंबर 2010के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य में पहाड़ी कोरवा नाम का कोई जाति नहीं है,और ना ही पहाड़ी कोरवा नाम का कोई योजना है।


कोरवा समाज से हो रहा है भेदभाव-

जिला सरगुजा कोरवा समाज यह आरोप लगा रहा है,की शासन प्रशासन द्वारा पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले कोरवा लोगों को पहाड़ी कोरवा के नाम पर शासकीय योजनाओं का लाभ दे रहे हैं, जिससे मैदानी इलाकों में रहने वाले कोरवा समाज के लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ से वंचित हो रहे हैं ,आज कोरवा समाज के पढ़े-लिखे लोग नौकरी से वंचित होकर बेरोजगार हो गए हैं ,कोरवा समाज के लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से बतौली तहसील कार्यालय से जारी पहाड़ी कोरवा के नाम पर जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने और सेटलमेंट में अंकित कोरवा जाति के नाम पर जाति प्रमाण पत्र जारी करने हेतु निवेदन किया गया है जिससे समाज के लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ मिल सके।

ज्ञापन सौंपने के दौरान परशुराम,बोधसाय ,सैलेंद्र, अमित कुमार ,विफन राम ,चेतन राम, देवानंद, रामदेव, अमरकंठ, रेशमी और समाज लोग उपस्थित थे

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