नई दिल्ली। तमिलनाडु में तंजावुर की एक विशेष अदालत ने एक पीएचडी स्कॉलर को नाबालिगों का यौन उत्पीड़न करने और पैसे कमाने के लिए इंटरनेट पर इस कृत्य का वीडियो पोस्ट करने के जुर्म में मंगलवार को पांच बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी।
अधिकारियों ने बताया कि 35 वर्षीय पीएचडी स्कालर विक्टर जेम्स राजा को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पाक्सो) अधिनियम के तहत नाबालिग पीडि़तों का यौन उत्पीड़न करने पर सजा सुनाई गई और विभिन्न अपराधों के लिए कुल 6.54 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। अदालत ने उसे प्रत्येक पीड़ित को चार लाख रुपये देने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों के अनुसार, यह फैसला सीबीआई द्वारा राजा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने के करीब 14 महीने बाद आया है। पिछले साल मई में सीबीआइ ने राजा को पांच से 18 साल की उम्र के आठ बच्चों और किशोरों का यौन शोषण करने और इन कृत्यों के अश्लील वीडियो इंटरनेट पर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था।