नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मन की बात के 94वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने छठ पूजा, सौर ऊर्जा, पर्यावरण सुरक्षा और छात्र शक्ति सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

  • आज देश के कई हिस्सों में सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है। छठ पर्व का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु अपने गांव, अपने घर, अपने परिवार के बीच पहुंचे हैं। मेरी प्रार्थना है कि छठ मैया सबकी समृद्धि, सबके कल्याण का आशीर्वाद दें।
  • आजकल हम देखते हैं, विदेशों से भी छठ पूजा की कितनी भव्य तस्वीरें आती हैं | यानी भारत की समृद्ध विरासत, हमारी आस्था, दुनिया के कोने-कोने में अपनी पहचान बढ़ा रही है | छठ का पर्व ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी उदाहरण है।
  • आपने कुछ दिन पहले, देश के पहले सूर्य ग्राम – गुजरात के मोढेरा की खूब चर्चा सुनी होगी | मोढेरा सूर्य ग्राम के ज्यादातर घर, सोलर पावर से बिजली पैदा करने लगे हैं | अब वहां के कई घरों में महीने के आखिर में बिजली का बिल नहीं आ रहा, बल्कि, बिजली से कमाई का चेक आ रहा है।’
  • सौर ऊर्जा, सूर्य देव का वरदान है। यह एक ऐसा विषय है, जिसमें पूरी दुनिया अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे हैं।
  • अहमदाबाद में राष्ट्रीय खेलों के दौरान जिस तरह कला, खेल और संस्कृति का संगम हुआ, वह उल्लास से भर देने वाला था। आपको यह जानकर खुशी होगी कि भारत में राष्ट्रीय खेलों का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन था | इसमें 36 खेलों को शामिल किया गया, जिसमें, 7 नई और दो स्वदेशी स्पर्धा योगासन और मल्लखम्ब भी शामिल रही।
  • कुछ दिन पहले ही, भारत में, पर्यावरण की रक्षा के लिए समर्पित मिशन लाइफ को भी लॉन्च किया गया है | मिशन लाइफ का सीधा सिद्धांत है- ऐसी जीवनशैली, ऐसी लाइफस्टाइल को बढ़ावा, जो पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाए।
  • हमारा देश, सोलर सेक्टर के साथ ही स्पेस सेक्टर में भी कमाल कर रहा है। एक समय था, जब भारत को क्रायोजेनिक रॉकेट टेक्नोलॉजी देने से मना कर दिया गया था, लेकिन भारत के वैज्ञानिकों ने ना सिर्फ स्वदेशी तकनीक विकसित की, बल्कि आज इसकी मदद से एक साथ दर्जनों उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेज रहे हैंI इस लॉन्चिंग के साथ भारत ग्लोबल कमर्शियल मार्केट में एक मजबूत प्लेयर बनकर उभरा है। इससे, अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिए अवसरों के नए द्वार भी खुले हैं।
  • 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस है, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म-जयन्ती का पुण्य अवसर है | इस दिन देश के कोने-कोने में रन फार यूनिटी का आयोजन किया जाता है। ये दौड़, देश में एकता के सूत्र को मजबूत करती है, हमारे युवाओं को प्रेरित करती है।
  • पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, हमारे समाज के कण–कण में समाहित है और इसे हम अपने चारों ओर महसूस कर सकते हैं | देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो पर्यावरण की रक्षा के लिए अपना जीवन खपा देते हैं।
  • स्टूडेंट पावर भारत को पावरफुल बनाने का आधार है। आखिर, आज जो युवा हैं, वही तो भारत को 2047 तक लेकर जाएंगे। 

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!