सीतापुर/ रुपेश गुप्ता: सीतापुर की कवयित्री ने अपने गीत के माध्यम से कहा रघु को राम बनाया था मात सीता ने श्री राम के वन पथ गमन काव्ययात्रा के ध्येयता को अंगीकार करते हुए अंतराष्ट्रीय आयोजन श्री राम के निवास नगर अयोध्या में किया गया ।यह काव्ययात्रा श्रीलंका में शिवरात्रि से प्रारंभ होकर राम नवमी के पावन पर्व पर चली जिसका भव्य आयोजन श्री राम जन्मभूमि पावन धरा में हुआ ,जहॉं बाबा सत्यनारायण मौर्य ,राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल,डॉ.हरिओम पवार,अशोक बत्रा,महेश शर्मा, कवियत्री प्रियंका राय, कवियत्री कल्पना शुक्ला समेत अंतराष्ट्रीय स्तर से आये 700 कवियों द्वारा 72 घंटे तक काव्यपाठ किया गया है,जिसमे सरगुजा जिले की कवियत्री स्नेहलता “स्नेह” द्वारा सुमधुर प्रस्तुति दी गई उनकी सीता रामाधारित आकर्षकारी काव्यांजलि से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया तथा तालियों की गड़गड़ाहट ने मंच से ही हर्षितोल्लेख कराया।सभी ने काव्य पाठ की प्रशंसा की,अयोध्या छत्तीसगढ़ और रायगढ़ ईकाई का नाम रोशन कर साहित्यिक पताका लहराने के लिए राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा पूरे भारत वर्ष के साहित्यकारों के समक्ष कवियत्री को डॉक्टर हरिओम पावर के द्वारा सम्मानित किया गया ।
इससे पूर्व स्नेहलता दिल्ली वाराणसी, मथुरा, शहडोल,रायपुर रायगढ़़, तमनार, धर्मजयगढ़ में मंचीय प्रस्तुति दे चुकी हैं।इस सम्मान का श्रेय उन्होंने अपने पति मारशेल टोप्पो और अपने सहयोगियों कवियो को दिया है।