जशपुर: जशपुर पुलिस ने पुराने प्रकरणों के फरार दो गौ-तस्करों और गौ-वंश की हत्या कर मांस बनाने के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस कार्रवाई में आस्ता और बगीचा थानों के पुराने मामलों को सुलझाते हुए अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा है।
जानकारी के अनुसार थाना आस्ता ने पुराने प्रकरण में फरार चल रहे गौ-तस्कर मो. असगर अंसारी उर्फ गुड्डू (32) और असगर अंसारी उर्फ बाबू (21) को गिरफ्तार किया। इन दोनों पर 10 अगस्त 2024 को अमगांव भाटापाठ जंगल में आठ गौ-वंश की तस्करी का आरोप था। पुलिस को देख आरोपी फरार हो गए थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 7 दिसंबर 2024 को उन्हें उनके घर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे झारखंड में तस्करी के लिए मवेशी खरीदते थे। इसी के साथ, थाना आस्ता ने दूसरे प्रकरण (में गौ-वंश हत्या के आरोपी दीपक तिर्की (32) को भी गिरफ्तार किया। दीपक पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ 20 नवंबर 2024 को ग्राम तिगरा जंगल में गौ-वंश की हत्या की थी।
वही थाना बगीचा ने गौ-वंश हत्या के मामले में कौशल तिर्की (35) और गिरधारी राम 41) को गिरफ्तार किया। 6 दिसंबर 2024 को प्रार्थी बलीराम यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने इन दोनों को अपने साथियों के साथ सेमरजोबला के पास गौ-वंश की हत्या कर मांस बनाते हुए देखा था। पुलिस ने मौके से सबूत जुटाए और आरोपियों से घटना में प्रयुक्त टांगी और छुरी बरामद की। 10 अगस्त 2024 को आस्ता थाना क्षेत्र के अमगांव भाटापाठ जंगल में पुलिस ने 8 गौ-वंश को जब्त किया था। आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषि पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। बगीचा प्रकरण में पुलिस ने गौ-वंश हत्या के आरोपियों के खिलाफ धारा 4, 5, 10 और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया।