जशपुर: जशपुर पुलिस ने बीती रात “ऑपरेशन शंखनाद” के तहत पशु तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की। पुलिस की 07 थाना/चौकी की टीम ने विभिन्न स्थानों पर रातभर कड़ी मेहनत की और फिल्मी स्टाइल में पीछा करते हुए 25 नग गौ-वंश को तस्करों से मुक्त कराया।
इस ऑपरेशन के दौरान तस्कर सक्रिय रहे, लेकिन पुलिस की तेज सक्रियता के कारण उन्हें अपने रास्ते बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस के भारी दबाव में, अज्ञात गौ-तस्कर अपने वाहनों को गुल्लुफाल जंगल के पास कीचड़ में फंसा कर छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने 2 पीकअप वाहनों और 25 नग गौ-वंश को जब्त किया, जिसकी कुल कीमत 16 लाख रुपये बताई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर अलग-अलग पीकअप वाहनों में बड़ी संख्या में गौ-वंश की तस्करी कर रहे हैं। सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी और उप पुलिस अधीक्षक विजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में 7 थाना/चौकी की पुलिस टीम को तैनात किया गया।
जब तस्करों का वाहन कांसाबेल थाना क्षेत्र में प्रवेश करने की सूचना मिली, तो पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर नाकाबंदी की। हालांकि, तस्कर एक ग्रामीण रास्ता अपनाकर भागने में सफल रहे। अंततः, पीकअप वाहन गुल्लुफाल जंगल के पास कीचड़ में फंस गया, जहां पुलिस ने तस्करों को पकड़ने का प्रयास किया। इस दौरान 25 में से 22 गौ-वंश जीवित पाए गए, जिन्हें सुरक्षित रखा गया है। चौकी सोनक्यारी में अज्ञात तस्करों के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषि पशु परि. अधि. 2004 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि “हम तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जशपुर पुलिस की सक्रियता के कारण तस्कर अब ग्रामीण रास्तों का उपयोग कर झारखंड की ओर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। हम इस पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं।