जशपुर: पुलिस अधीक्षक  शशि मोहन सिंह ने अपराध समीक्षा बैठक लिया गया जिसमें समस्त राजपत्रित अधिकारीगण सहित थाना चौकी प्रभारीगण, सभी शाखाओं के प्रभारीगण उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुविभागवार थाना चौकी के लंबित प्रकरणों की जानकारी लिया गया एवं उसका निराकरण हेतू निर्देशित किया गया।

मुख्य सचिव द्वारा विगत दिवस मीटिंग लेकर आवारा पशुओं के संबंध में कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है, इस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा संबंधितों को अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर तत्काल कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया, साथ ही कोलाहल अधिनियम् के तहत् भी नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा द्वारा विगत दिवस मीटिंग लेकर दोषमुक्ति, प्रकरणों की समीक्षा की गई थी एवं अन्य निर्देश दिये गये थे, उक्त निर्देशों को मीटिंग में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं थाना/चौकी प्रभारियों को अवगत कराकर पालन करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही जब्ती माल के निराकरण हेतु दिये गये निर्देषों का शत-प्रतिशत पालन करने हेतु कहा गया। आगामी माह में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा द्वारा इस जिले का वार्षिक निरीक्षण किया जाना प्रस्तावित है इस हेतु आवश्यक तैयारी समय पर पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा मीटिंग में उपस्थित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि अवैध गतिविधियों में किसी तरह की संलिप्तता पाई जाती है तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। पुराने लंबित अपराधों की प्रत्येक थानावार समीक्षा की गई एवं शीघ्र निराकरण हेतु दिशा-निर्देश दिये गये। तत्पष्चात् पुलिस अधीक्षक जशपुर ने पुलिस मुख्यालय, पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय एवं वरिष्ठ कार्यालयों से जारी परिपत्र एवं परवानों के निर्देशों के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई एवं जहाँ कंप्लायंस शेष है वहां अविलम्ब कंप्लायंस के निर्देश दिए साथ ही वरिष्ठ कार्यालयों द्वारा जारी निर्देशों को सभी थाना, चौकी एवं रक्षित केंद्र प्रभारी द्वारा अनिवार्य रूप से गणना में सुनाने के निर्देश दिए है। पुलिस अधीक्षक जशपुर ने जिले के अवैध कारोबार, गांजा तस्करी, जुआ, सट्टा, नशीली दवाओ के विरुद्ध करवाई करने, लंबित अपराध, चालान, विवेचना, लघु अधिनियम, आम्र्स एक्ट, मर्ग जैसे अनेक विषयों पर गंभीरता से निराकरण करने के निर्देश दिये गये।

लंबित पासपार्ट, शहीद परिवार की समस्या, चरित्र सत्यापन, सिक/अवकाश गैरहाजिर प्रकरण, विभागीय जांच, पीड़ित क्षतिपूर्ती प्रकरण, बंदी छुट्टी प्रकरण, सायबर टीप लाईन, सायबर पोर्टल प्रकरण एवं अन्य वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त षिकायतों का त्वरित निराकरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।इस बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी थानों के आकड़ो का अनुविभागवार निरीक्षण किया, सभी थाना/चौकी के विवेचकों से उनके पास लंबित अपराध, मर्ग, चालान एवं 01 माह से अधिक समय से लंबित वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों पत्रों के बारे मे जानकारी ली एवं यथाशीघ्र निराकरण हेतु निर्देषित किया है। क्राईम पेंडेंसी की मौजूदा दर को 10 प्रतिशत के भी नीचे लाने के लिए निर्देशित किया गया है।

इस बैठक में एसपी ने सभी प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों में बाउंड ओवर की कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया है। थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में निरंतर पेट्रोलिंग करने के लिए भी निर्देशित किया है। 03 सवारी बैठाकर तेज रफ्तार से हाॅर्न बजाते हुए दुपहिया वाहन चलाने वालों एवं नषे में वाहन चलाने पर चालानी कार्यवाही बढ़ाने के साथ मालवाहकों पर सवारी बैठाने वालों पर कड़ाई के भी निर्देश दिए गए है। यातायात शाखा को ब्लैक स्पाॅट के संबंध में कार्यवाही करने एवं आईरेड पेंडिंग का त्वरित निराकरण हेतु कहा गया।

पुलिस अधीक्षक ने जिलें के अपराध समीक्षा बैठक मे विवेचक के कार्यों की समीक्षा की, उन्होंने कहा कि उच्च स्तर की विवेचना की जाए। राजपत्रित अधिकारी विवेचकों के कार्यों की प्रतिदिन मानीटरींग कर आवष्यक दिशा-निर्देश देवें। पुलिस अधीक्षक ने समस्त थाना प्रभारियों एवं विवेचकों को स्पष्ट निर्देशित करते हुए कहा कि आपके अधिनस्थ, आपके द्वारा की जाने वाली विवेचना एवं दोषसिद्धि पर विशेष ध्यान दिया जाए। विवेचना के स्तर पर आवश्यक सुधार कर दोषसिद्धि स्तर बढाने का भरपूर प्रयास करें।

क्राइम मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक  ने पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी हफ्ते मे कम से कम एक बार अपने अधिकार क्षेत्र के किसी एक थाना मे विजिट जरूर करें तथा समय-समय पर औचक निरीक्षण करें, साथ ही पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि प्रत्येक आरक्षक अपने-अपने बीट की कानून व्यवस्था एवं अपराध की जानकारी रखे एवं समय-समय पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते रहे।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक थाना चौकी प्रभारी एवं रक्षित निरीक्षक स्वयं गणना लेंगे साथ ही शिकायत के सम्बन्ध मे कोई भी व्यक्ति थाना चौकी से निराश होकर न लौटे, सभी के साथ शालीनता एवं सौहार्दपूर्ण व्यवहार करें एवं सभी की शिकायतों पर निष्पक्ष जांच हो, साथ ही विभिन्न घटित अपराधों में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए, निगरानी बदमाश/गुंडा बदमाश की थाना मे लगातार बुलाकर और सकूनत पर जाकर चेकिंग करते रहें। पैदल मार्च, कांबिंग गस्त और शाम को प्रभारी स्वयं क्षेत्र मे विजिबल पुलिसिंग के लिए निकले। पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिया कि शिकायतकर्ता की थाना में उचित सुनवाई हो जिससे कि उन्हें वरिष्ठ कार्यालय आकर शिकायत करने की आवश्यकता न पड़े। अंत में बैठक में उपस्थित समस्त राजपत्रित अधिकारियों, थाना चौकी प्रभारियों को पूरी क्षमता एवं उर्जा के साथ सजगतापूर्वक ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया।
                                  

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