अम्बिकेश गुप्ता

कुसमी। छत्तीसगढ़ में बलरामपुर जिले के कुसमी ब्लॉक में नावार्ड से सहायता प्राप्त ग्रामीण अंघोसंरचना विकास राशि से मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विकास योजना के तहत 9 करोड़ 54 लाख 41 हजार रूपये से वर्ष 2017 – 2018 में स्वीकृत सड़क निर्माण चांदो, चटनीया से सबाग सड़क मार्ग भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. माओवादियों का भय बताकर ठेकेदार सुनियोजित तरीके से घटीया काम को विभागीय मिली भगत से अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहें हैं.

दरअसल, सड़क में घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के चलते डामर की सड़क उखड़ने लगी है. ग्रामीणों का मानना हैं की यह सड़क पहली बारिस भी नहीं सह पाएगी. ऐसे में भ्रष्टाचार और गुणवत्ताहीन सामग्री के इस्तेमाल से ग्रामीणों में ठेकेदार के प्रति खासा आक्रोश है.

ग्राम पंचायत सबाग सहित अन्य ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने बताया है कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विकास योजना के तहत निर्माण चल रहें कार्य के सम्बन्ध में ठेकेदार को सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्ता को लेकर ध्यान देने की बात कई बात कर चुके हैं वावजूद उसके निर्माण कार्य मनमानी पूर्वक चल रहा हैं. छत्तीसगढ़ व झारखण्ड सीमा से लगे रहने का फायदा उठाकर ठेकेदार में भ्रष्टाचार करने में जूटे हुवें हैं. तथा ग्रामीणों को धमकाने व झूठे मुकदमे में फ़साने की धमकी संबंधित ठेकेदार के इसारे में कर्मचारियों द्वारा दी जाती हैं. सारे नियमों को ताक पर रखकर सड़क को बनाया जा रहा हैं। घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर ठेकेदार द्वारा शासन-प्रशासन को सड़क निर्माण करवाने के नाम पर गुमराह किया जा रहा हैं।

ग्रामीण इलाकों के कई जनप्रतिनिधियों ने कहना हैं की उस समय छत्तीसगढ़ के भाजपा शासन काल में रमन सरकार ने हर गांव को मुख्यमार्ग से जोड़ने के लिए यह योजना चलाकर एक अच्छी पहल की शुरुआत की थी. पर भ्रष्टाचार का खेल खेलकर ठेकेदार शासन और प्रशासन को करोड़ों रुपए का चूना लगाने में लगे हुए है.

बिना गिट्टी डाले ढलाई का वीडियो कैमरे में हुवा कैद, विभाग गैर जिम्मेदार ?

उक्त सड़क में घटीया निर्माण कार्य व ठेकेदार के द्वारा बिना डायवर्शन किए आवागमन बाधित कर राहगीरों को जबरन परेशान करने की सूचना मिलने पर ग्राउंड जीरो पर रिकार्डेड कैमरे में वीडियो कैद की गई. जहाँ सड़क किनारे रिटर्निंग वाल के कार्य में अजाक्स मशीन में लेटराइंट पथ्थर नुमा राफ बालू व सीमेंट डालकर ढलाई का कार्य किया जा रहा था. यहां पर सब इंजिनियर की उपस्थिति नहीं थी. रिकार्डेड वीडियो में कार्यरत मजदूरों ने बताया हैं की शुरू से बिना गिट्टी डाले ही ढलाई किया जा रहा हैं. ढलाई के लिए गिट्टी ठेकेदार द्वारा नहीं भेजा गया हैं। घटिया निर्माण कार्य सम्बंधित विभाग के गैरजिम्मेदाराना रवैये को उजागर कर रहा हैं।

पेड़ों की कटाई कर सेंटरिंग का उपयोग, विभाग मौन..

उक्त निर्माण स्थल में अधिकारीयों की मॉनिटरिंग नहीं होने से ठेकेदार द्वारा बेखौफ होकर जंगलो के हरे – भरे सैकड़ो पेड़ों की कटाई कर सेंटरिंग कार्य का उपयोग किया जा रहा हैं. जानकारी के अनुसार हरे-भरे वृक्ष को बिना विभाग की मंजूरी के काट दिया गया हैं. जबकी सेंटरिंग कार्य के लिए लोहे के पाईप या अन्य सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य किया जाना चाहिए. मामलें में चांदो रेंजर अनमोल रतन ने कहा सेंटरिंग के लिए कोई परमिशन पेड़ो की कटाई लें लिए नहीं दी गई हैं. ठेकेदार को बुलाया हुँ. देख लेते हैं।

मजदूरी दर में कटौती..

ग्राउंड जीरो में कार्यरत मजदूर से पूछे जाने पर बताया गया की उन्हें तीन सौ रूपये के हाजिरी दर पर ठेकेदार द्वारा रखा गया हैं. तथा उसने अपनी उम्र 17 वर्ष बताई हैं. सहायक श्रम पदाधिकारी भूपेंद्र नायक, श्रम विभाग बलरामपुर के अनुसार जोखिम भरे कार्य में 18 वर्ष आयु तक के मजदूरों को नहीं रखा जा सकता. आगे बताया गया की मजदूरी दर 400 रूपये होना चाहिए। बहरहाल यह जाँच का विषय हैं?

क्या कहते हैं अधिकारी..

उक्त पूरे मामले में बलरामपुर – रा. गंज के एमएमजीएसवाई के प्रभारी ईई झीलन कुर्रे से बात करने पर उन्होने निर्वाचन सम्बंधित प्रशिक्षण में व्यस्त होना बताया. एसडीओ राजेश कुजूर ने कहा मैं अभी – अभी ही यहां आया हूँ पहले कोई और देखता था सब इंजिनियर को भी अभी – अभी अटैज किए हैं. उससे जानकारी लेता हूँ. या आप कॉल लगाकर जानकारी लें लीजिए. वहीं सब इंजिनियर उत्तम दिवाकर को कई बार कॉल लगाया गया पर सम्पर्क नहीं हो सका।

ठेकेदार के कर्मचारी ने रास्ता किया बाधित, मारपीट का मामला पंहुचा थाना

उक्त निर्माण कार्य को प्रारम्भ करने से पहले ठेकेदार द्वारा आवागमन हेतु राहगीरों के लिए डायवर्शन रास्ता नहीं बनाया गगा हैं. उस रास्ते से गुजरने वाले कई ग्रामीणों ने बताया हैं की सड़क निर्माण कर्ता द्वारा सड़क को दोनों ओर से जाम कर आवाजाही बंद कर दिया जाता हैं. जिससे आने – जाने में घंटो इंतज़ार करना पड़ता हैं. आवागमन को लेकर कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी हैं. यहां तक की कुछ दिन पूर्व मारपीट के लिए भी ठेकेदार के कर्मचारी उतारू हो चुके हैं. तथा पीड़ितों द्वारा नजदीकी थाना में इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई हैं. जिन्हें ठेकेदार के इसारे में झूठे मुकदमें में फ़साने रिपोर्ट भी दर्ज करा कर परेशान किया जा रहा हैं. जिसे पुलिस प्रसासन को गंभीरता पूर्वक जाँच कर पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाना चाहिए।

स्थानीय विधायक ने कहा..

इधर स्थानीय विधायक उद्देश्वरी ने कहा की सड़क निर्माण की जानकारी तो है मुझे, लेकिन मैं वहां तक नहीं पहुंच पाई हूं. मैं संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात कर गुणवत्ता में सुधार लाने की बात करूंगी. सड़क निर्माण किए जाने के पूर्व डायवर्शन बनाकर निर्माण कार्य शुरू किया जाना चाहिए था. कौन ठेकेदार कार्य कर रहा हैं. इसकी जानकारी लेकर मैं ठेकेदार से बात कर डायवर्सन के लिए बोलूंगी. पीड़ितों को झूठे केस में फंसाए जाने की सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं टीआई से बात कर मामलें की जानकारी लुंगी।

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