सूरजपुर: आदिवासी और दूरस्थ वनांचलों के रहवासियों में स्वास्थ्य एवं कुपोषण संबंधी समस्या बच्चों में समस्या बनी रहती है। राज्य सरकार ने इसे चुनौती के रूप में लेते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत की। छत्तीसगढ़ में चलाए जा रहे मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान और संकल्पित प्रयासों का सकारात्मक परिणाम मिल रहा है दूरस्थ अंचल एवं विशेष पिछड़ी जनजातियों को मिल रहा है स्वास्थ्य का लाभ। पंडो जनजाति की कुमारी कल्पना पंडो जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण हीमोग्लोबिन कम हो गया था जिसे मुख्यमंत्री सुपोषण के अंतर्गत प्रदाय की जाने वाली पौष्टिक आहार की जानकारी दी गई तथा नियमित पौष्टिक आहार के सेवन से कुमारी कल्पना पण्डो का एचबी 7.2 ग्राम हो गया है। वह पहले से बेहतर महसूस कर रही है।
गौरतलब है कि सूरजपुर परियोजना सेक्टर सिलफिली ग्राम पंचायत पंडोनगर की कुमारी कल्पना पंडो है। कुमारी कल्पना पंडो पूर्व में स्वस्थ थी। बार-बार बीमार होने के कारण एचबी 5.3 ग्राम हो गया कमज़ोर होने के कारण लगातार बुखार आ रहा था। आगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन के सहयोग से माह अगस्त 2022 में जिला अस्पताल – अंबिकापुर में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान एक बोतल खून चढ़ाया गया और दवाई उपलब्ध कराया गया।
उसके बाद भी तबियत में सुधार ना होने के कारण पुनः जिला अस्पताल, सुरजपुर में 10 सितंबर 2022 को भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान दो बोतल खून चढ़ाया गया एवं दवाई उपलब्ध कराया गया। कार्यकर्ता प्रमिला पंडो के द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत सुपोषण प्रदर्शन केंद्र से पॉस्टिक आहार (खिचड़ी) खिलाया गया ।
कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक एवं परियोजना अधिकारी के द्वारा गृह भेट कर स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली जहां उन्होंने समय से दवाई का सेवन करने, पौस्टिक आहार में मुनगा, लाल भाजी, मूली भाजी, कुम्हड़ा भाजी आदि सेवन करने और स्वच्छता संबंधी समझाइस दी गई। पोषण वाटिका से कार्यकर्ता द्वारा इन सभी भाजियो को सेवन हेतु उपलब्ध कराया गया। 20 सितंबर 2022 को स्वस्थ केंद्र पंडो नगर में एचबी टेस्ट किया किया गया। जिसमें कल्पना पंडो का एचबी 7.2 ग्राम है। अब कल्पना पहले से बेहतर महसूस कर रही है।