बलरामपुर: जिला मुख्यालय के मां सिंदूर नदी घाट पर आस्था के महापर्व छठ पर्व को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। बलरामपुर छठ पूजा समिति के द्वारा मां सिंदूर नदी घाट साफ सफाई के साथ-साथ व्यवस्थाओं में जुट गए हैं। समिति के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्षोल्लास के साथ भगवान सूर्य की उपासना की तैयारियां की जा रही है। बनारस गंगा घाट की तर्ज पर बलरामपुर मां सिंदूर नदी छठ घाट पर गंगा आरती कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 30 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य एवं गंगा आरती 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए गंगा आरती की जाएगी। जिसको लेकर तैयारियां जोर शोर से की जा रही है।
छठ पर्व का महत्व
छठ पूजा पर सूर्य देव और छठी माता के पूजन से व्यक्ति को संतान, सुख और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सांस्कृतिक रूप से छठ पर्व की सबसे बड़ी विशेषता है इस पर्व की सादगी, पवित्रता और प्रकृति के प्रति प्रेम। वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दृष्टि से भी छठ पर्व का बड़ा महत्व है।
वर्षों से मनाते आ रहे हैं छठ मैया का पर्व
समिति के अध्यक्ष मनीष सिंह सदस्य श्याम गुप्ता,रविंद्र गुप्ता,अमित सोनी, सुजीत प्रजापति,अमित चौरसिया, उमेश गुप्ता,जितेन्द्र तिवारी ,अमिताभ चौबे,मन्टी गुप्ता,देवेन्द्र सिंह,सोनू चौबे,ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान सूर्य की उपासना का पर्व वर्षों से चला आ रहा है। इस पर्व को करने वाले श्रद्धालु बड़े श्रद्धा के साथ पर्व को मनाते हैं। उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार के इस पावन पर्व को भारत के साथ-साथ दूसरे देशों में धूमधाम से मनाया जाने लगा है। श्रद्धालु भगवान सूर्य की उपासना धूमधाम के साथ मनाने लगे हैं। हर वर्ष यहां भी हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा होती है।