![Picsart_22-07-21_10-00-07-570.jpg](https://i0.wp.com/www.cgmp.co.in/wp-content/uploads/2022/07/Picsart_22-07-21_10-00-07-570.jpg?resize=440%2C329&ssl=1)
![](https://www.cgmp.co.in/wp-content/uploads/2024/06/picsart_24-06-28_16-32-10-7591370341123526656217.jpg)
नई दिल्ली: देश की जनता को आज 15वां राष्ट्रपति मिल जाएगा। एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को बनाया गया है जबकि विपक्ष की तरफ से जसवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव बीते 18 जुलाई को हो चुका है। आज सुबह 11 बजे से संसद भवन में मतगणना शुरू होगी। कयास यही लगाए जा रहे हैं कि द्रौपदी मुर्मू की जीत होगी। अगर ऐसा होता है तो वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी।
बीजेपी ने इसलिए लाया आदिवासी चेहरा
बीजेपी ने इस बार राष्ट्रपति पद के लिए एक आदिवासी चेहरे का नाम सामने लाया है। गौतलब है कि द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पूर्व राज्यपाल हैं। जानकारी के मुताबिक, केंद्र में एनडीए के घटक दल बीजू जनता दल ने भी द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति जताई है। अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतती हैं, तो वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पहली बार एक महिला आदिवासी को प्राथमिकता दी जा रही है।
राजनीतिक विशेषज्ञोंं का मानना है कि आगामी गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव को देखते हुए भाजपा आदिवासी समुदाय पर दांव लगा रही है। इसके अलावा यह एक अलग तरह का चयन है क्योंकि अब तक देश में कोई आदिवासी राष्ट्रपति नहीं बना। महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनती है तो बीजेपी को आने वाले चुनाव में काफी ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद है।