बलरामपुर: बलरामपुर जिला मुख्यालय के जनप्रतिनिधी और नगरवासियों ने आज कनिष्ट यंत्री दीपक निकुंज के तानाशाही रवैयो को लेकर कलेक्टर व कार्यपालन अभियंता विद्युत विभाग को लिखित में शिकायत करते हुए अपनी व्यथा बताई है तथा उचित कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
अपने आवेदन में शिकायतकर्ताओं ने कहा है कि पहले तो उन्हें दो-दो, तीन-तीन महीने का बिजली बिल ही नहीं दिया जाता है और उसके बाद अचानक बिजली काट दी जाती है. इस दौरान लोगों द्वारा कुछ कहे जाने पर या अपना पक्ष रखे जाने पर कनिष्ट अभियंता श्री दीपक निकुंज द्वारा लोगों से अभद्रतापूर्वक बात की जाती है और दुर्ब्यवहार भी किया जाता है. लोगों ने अपनी शिकायत में कहा है कि वर्तमान में परीक्षा का दौर चल रहा है साथ ही बिमारियों का मौसम है ऐसे में अप्रत्याशित रूप से बिजली काट दिया जाना कितना पीड़ादायक हो सकता है सहज ही समझा जा सकता है. उल्लेखनीय है कि बलरामपुर नवविकसित जिला है. यहॉ शुरू से ही बिजली को लेकर के संकट बना रहता है. इस जिले की अनेक गांव अभी भी गहरे अंधेरे में डूबे रहते हैं. ऊपर से अधिकारियों का तानाशाही रवैया लोगों की तकलीफें और बढ़ा रहा है. जिससे लोग अत्याधिक दुखी हैं. श्री नामदेव कार्यपालन अभियंता ने लोगों से उनकी समस्या दूर करने के संबंध में उचित पहल का आश्वासन दिया है. शिकायतकर्ताओं में पार्षद दीलिप सोनी, विनय यादव, सुंदरमनी मिंज के साथ नगर के विद्युत उपभोक्ता शामिल रहे.
पूर्व में भी की जा चुकी है शिकायत
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भी कनिष्ट अभियंता श्री निकुंज के दुर्व्यवहार के संबंध में भारतीय मजदूर संध एवं विद्युत उपभोक्ता नगरवासियों द्वारा शिकायत करते हुए बताया जा चुका है कि उनका व्यवहार जनहित के हमेशा युद्ध में ही रहा है किंतु इस शिकायत की आज तक हमेशा अनदेखी की गई है जिसके कारण कनिष्ठ अभियंता का मनोबल हमेशा बढ़ता चला गया है.
कभी भी हो सकता है आंदोलन
बलरामपुर जिला मुख्यालय में बिजली विभाग के निरंतर तानाशाही रवैया और निरंकुशता का यदि यही आलम बना रहा तो कभी भी नगरवासी आंदोलन पर उतारू हो सकते हैं क्योंकि अब बिजली विभाग की लचर व्यवस्था से लोग त्रस्त हो चुके हैं, अजीज आ चुके हैं और उनके सब्र का बांध कभी भी टूट सकता है. इसके पहले कि नगरवासी आंदोलन का मार्ग अपनाएं प्रशासन को शीघ्र इस अव्यवस्था को सुधारने की दिशा में पहल करना चाहिए.