जिला पंचायत व जनपद पंचायत अध्यक्षों ने हड़ताल कर्मियों के समर्थन में लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
बलरामपुर: छत्तीसगढ मनरेगा कर्मचारी महासंघ बलरामपुर द्वारा अपने दो सूत्रीय मांगों को लेकर 4 अप्रैल से से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। हड़ताल पर बैठे मनेरेगा कर्मचारियों को छ.ग. प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ ने समर्थन दिया है. जिला पंचायत अध्यक्ष निशा नेताम एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष विनय सिंह पैंकरा ने हड़ताल पर बैठे मनरेगा कर्मचारियों का नैतिक एवं भौतिक समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री छ.ग. शासन भूपेश बघेल को उनकी मांगे मानने हेतु पत्र लिखा है।आज हड़ताल पर बैठे मनरेगा कर्मियों का समर्थन करने राज्यसभा सांसद प्रतिनिधी धीरज सिंहदेव पहुंचे उन्होेंने उनकी मांगों के प्रति अपना समर्थन दिया और कहा कि वे उनकी इस लड़ाई में उनके साथ है।
उल्लेखनीय है कि मनरेगा कर्मचारी संघ बलरामपुर प्रांतीय संघ के आव्हान पर 4 अप्रैल से अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं।जिनके समर्थन में एक ओर जहॉ लिपिक कर्मचारी संघ पहुंची वही दूसरी ओर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य निशा सिंह नेताम व जनपद पंचायत अध्यक्ष विनय सिंह पैकरा पहुंचे। उन्होंने मनरेगा कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करते हुए छ.ग. शासन भूपेश बघेल को पत्र लिखकर उनकी मांगे मानने की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि मनरेगा में संविदा के तहत अधिकारी कर्मचारी कार्य कर रहे है।उनमें से कुछ मनरेगा संविदा अधिकारी कर्मचारियोें की उम्र 40 वर्ष से अधिक हो गई है। कोरोना काल के दौरान भी मनरेगा संविदा कर्मचारी फिल्ड में डटकर कार्य किए हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार की तर्ज पर मनरेेगा कर्मियों के नियमित किए जाने की मांग किया है।
उन्होेंने पत्र में यह भी बताया है कि राजस्थान व पंजाब सरकार द्वारा भी मनरेगा संविदा कर्मियों की नियमित करने की घोषणा कर दी गई है. इसके अलावा उन्होंने छ.ग. की कांग्रेस सरकार के चुनावी घोषणा पत्र का उल्लेख करते हुए बताया है कि सरकार द्वारा नियमित करने की घोषणा आज तक अधर में है. धीरज सिंहदेव ने अपना समर्थन देतेे हुए उनकी मांगों को हक की लड़ाई बताते हुए नियमित करने हेतु समर्थन दिया है।