सूरजपुर: वनोपज संग्रह पर निर्भर एक बड़ी आबादी के लिए तेंदूपत्ता आय का सबसे बड़ा स्रोत है। आदिवासी इलाकों में इसे हरा सोना भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांछी योजनांतर्गत जिले में तेन्दूपत्ता की खरीदी 09 मई 2023 से खरीदी प्रारंभ हो गया है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी दर 4000 हजार प्रति मानक बोरा की दर से तेन्दूपत्ता खरीदी किया जा रहा है। प्रदेश के मुखिया माननीय श्री भूपेश बघेल ने तेन्दूपत्ता की संग्रहण दर 2500 से बढ़ाकर 4000 प्रति मानक बोरा किया है। ताकि वनवासियों को ज्यादा से ज्यादा फायदा हो सके और उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके।
जिला यूनियन में इस वर्ष संग्रहण लक्ष्य कुल 74500 मानक बोरा निर्धारित किया गया है। जिसका कुल संग्रहण पारिश्रमिक 29,80,00,0000.00 (उन्नतीस करोड़ अस्सी लाख) का भुगतान संग्राहकांे को किया जायेगा। जिला यूनियन अंतर्गत कुल 30 लॉटों में से 28 लॉटों में अग्रिम क्रेता नियुक्त हो चुके है तथा शेष 02 लॉटों में विभागीय संग्रहण किया जा रहा है। संग्रहण हेतु समस्त प्राथमिक वनोपज समितियों के फड़ों में फड़मुंशी एवं फड़अभिरक्षक नियुक्त किया जा चुका है। समस्त क्षेत्रीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी जा चुकी है। वनमंडलाधिकारी एवं प्रबंध संचालक द्वारा अन्य समस्त विभागों को आवश्यक सहयोग करने हेतु अपील की गई है।
अध्यक्ष जिला यूनियन सूरजपुर चन्द्रभान सिंह एवं वनमंडलाधिकारी संजय यादव द्वारा समिति के फड़ो का सतत् निरीक्षण कर योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। समस्त संग्राहकों से अपेक्षा है कि अच्छी गुणवत्ता के तेन्दूपत्ता अधिक से अधिक संग्रहण कर समिति के फड़ो मेें विक्रय किया जाये। ताकि उन्हें बोनस राशि अधिक से अधिक प्राप्त हो सके। तेन्दूपत्ता संग्राहकों को न्यूनतम 500 गड्डी तेन्दूपत्ता तोड़ने पर शासन, संघ द्वारा लागू विभिन्न योजनाएं जैसे-शहीद महेन्द्र कर्मा तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक बीमा सुरक्षा योजना, सामूहिक बीमा योजना, छात्रवृत्ति योजना आदि का लाभ दिया जाता है। इसलिए समस्त संग्राहक तेन्दूपत्ता तोड़ाई का कार्य अनिवार्य रूप से करें। जिला यूनियन में 09 मई 2023 से खरीदी प्रारंभ है। संग्रहण लक्ष्य 74500 मानक बोरा के विरूद्ध आज दिनांक तक कुल 2134.370 मानक बोरा की खरीदी की जा चुकी है। संग्राहकों का संग्रहण पारिश्रमिक भुगतान ऑनलाईन पेमेंट सिस्टम के माध्यम से सीधे उनके खाता में भुगतान किया जायेगा