रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य में बढ़ती महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने राजीव भवन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में भाजपा सरकार के 9 माह के शासन के दौरान राज्य में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति को लेकर कड़ी आलोचना की।
बैज ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में महिलाएं अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने राजधानी रायपुर के नए बस स्टैंड पर हुए सामूहिक बलात्कार की घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि पुलिस ने इस मामले में अपराधियों को बचाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई जिलों में, जैसे बस्तर, जशपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर और रायपुर में, महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों ने उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
उन्होंने बताया कि पिछले 8 माह में राज्य में महिलाओं के खिलाफ 3094 अपराध दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 600 से अधिक बलात्कार की घटनाएं शामिल हैं। भिलाई के डीपीएस स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ दुराचार की घटना पर भी उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की। उन्होंने पूछा कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने और मेडिकल जांच कराने में देरी क्यों की, जबकि पास्को एक्ट के तहत तुरंत कार्रवाई आवश्यक है।
कांग्रेस ने ऐलान किया है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर वे संघर्ष करेंगे और राज्यभर में आंदोलन चलाएंगे। 2 सितंबर को इस मुद्दे पर प्रदेशभर में प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी और 3 सितंबर को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भी इस अवसर पर भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उदासीन है और अपराधियों को बचाने का काम कर रही है। कांग्रेस ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस मामले में ज्ञापन सौंपने के लिए समय मांगा है।
कांग्रेस ने राज्य की महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया है और सरकार को महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूर करने की चेतावनी दी है।