बलरामपुर: बलरामपुर जिले के राजपुर विकासखंड के शासकीय उचित मूल्य दुकान के सभी 72 विक्रेतागण राजपुर खाद्य निरीक्षक सरोज उरेती के क्रियाकलापों से त्रस्त होकर अपनी विभिन्न मांगों के साथ सामूहिक इस्तीफे के साथ एसडीएम कार्यालय में उपस्थित हुए।जिसमें उनके द्वारा खाद्य निरीक्षक सरोज उरेती के क्रियाकलापों से अनुविभागीय अधिकारी को अवगत कराया गया। विक्रेताओं के द्वारा कोविड महामारी के दौरान वितरण किए गए खाद्यान्न के एवज में मिलने वाली कमीशन की राशि दुकानों के जिस बैंक खाते में प्रदान की जाती थी उसे बदलकर सभी दुकानों के लिए दूसरा बैंक खाता नंबर भेज दिया गया। जिससे दुकान संचालक ठगा सा महसूस कर रहे हैं।दुकानों के भौतिक सत्यापन के बाद खाद्यान्न की ऑनलाइन प्रदर्शित मात्रा की वसूली के लिए सभी को नोटिस जारी कर दिया गया जिसमें खाद्यान्न की उस मात्रा का भी वसूली प्रकरण तैयार किया गया जिसका वितरण इन्हीं खाद्य निरीक्षक के द्वारा सभी दुकानदारों से करवाया गया है। किसी भी विक्रेता से इनका व्यवहार ठीक नहीं है। विक्रेताओं को इनके द्वारा बोला जाता है कि तुम लोग होते कौन हो खाद्य विभाग तुम लोगों को कुछ नहीं समझता। और तरह तरह से परेशान किया जा रहा है।
खाद्य निरीक्षक के कृत्यों से क्षुब्ध होकर आज राजपुर विकासखंड के सभी उचित मूल्य दुकान विक्रेताओं ने आपस में विचार कर वर्तमान खाद्य निरीक्षक के साथ कार्य करने में असमर्थता व्यक्त करते हुए खाद्य निरीक्षक को सामूहिक रूप से इस्तीफा सौपकर दुकानों की चाबी सौपने का निर्णय लिया और सामूहिक इस्तीफा सौपने, कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष उपस्थित हुए। कार्यालय में खाद्य निरीक्षक के अनुपस्थित रहने पर अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा विक्रेताओं से कारण पूछा। विक्रेताओं से सभी बातों को सुनने के बाद अनुविभागीय अधिकारी ने विक्रेताओं से दो दिन मे मामले को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। उक्त अवधि में कोई ठोस निर्णय नहीं होने पर आगे कुछ करने के समझाइश के साथ दुकान संचालकों को वापस भेजा गया। राशन विक्रेताओं द्वारा ठोस निर्णय नहीं होने पर दो दिन बाद सामूहिक रूप से इस्तीफा स्वीकार करते हुए उन्हें कार्य मुक्त करने और किसी अन्य से खाद्यान्न वितरण कराने और वर्तमान खाद्य निरीक्षक के साथ किसी भी स्थिति में साथ नहीं करने की बात कहा।
अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने वाले विक्रेताओं मे उदय यादव, नीरज शर्मा, राजेश पांडेय, संजय गुप्ता, मदन गोपाल सोनी, उमेश गुप्ता, मोहरसाय, निरेन्द्र यादव, श्यामलाल एक्का, जयप्रकाश तिर्की, सुरेश जायसवाल, सीताराम जायसवाल, भरत सिंह, लखन लाल, रामाधार यादव, विनोद लकड़ा, बदरूद्दीन, विवेक यादव,करमसाय, अशम टोप्पो, धनुकधारी सहित सभी विक्रेतागण थे।