डेस्क: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई एक फरवरी को अपने सालाना अवॉर्ड में महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित करेगा। सचिन तेंदुलकर ने साल 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था, जिसमें अब तक उनके नाम कई ऐसे रिकॉर्ड दर्ज हैं, जिनको कोई भी खिलाड़ी तोड़ने में कामयाब नहीं हो सका। बीसीसीआई अपने इस अवॉर्ड समारोह को मुंबई स्थित हेड ऑफिस में आयोजित करेगा। पिछले साल हुए वार्षिक अवॉर्ड समारोह में रवि शास्त्री और पूर्व दिग्गज विकेटकीपर फारुख इंजीनियर को कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला था।
सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में किया था डेब्यू
इंटरनेशनल क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया था, जिसके बाद से वह टीम इंडिया का एक अहम हिस्सा बन गए थे। सचिन ने अपने इंटरनेशनल करियर में जहां 200 टेस्ट मैच खेले तो वहीं 463 वनडे मैच भी खेलने में कामयाब रहे। इसके अलावा सचिन ने एक टी20 इंटरनेशनल मुकाबला भी खेला। सचिन के नाम वनडे में 18,426 रन दर्ज हैं वहीं टेस्ट में उन्होंने 15,921 रन बनाए हैं। सचिन के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है जिसे अब तक कोई भी खिलाड़ी तोड़ने में कामयाब नहीं हो सका है। 2 दशक से अधिक अपने लंबे करियर में सचिन ने हर परिस्थिति में खुद को साबित किया और इसी कारण उनकी गिनती सर्वकालिक महान प्लेयर्स में की जाती है। साल 2011 में जब टीम इंडिया ने वनडे वर्ल्ड कप को अपने नाम किया था तो उस टीम का हिस्सा सचिन भी थे जिसमें वह अपने करियर का रिकॉर्ड छठा वर्ल्ड कप खेल रहे थे।
कर्नल सीके नायडू अवॉर्ड पाने वाले सचिन 31वें खिलाड़ी
बीसीसीआई की तरफ से कर्नल सीके नायडू अवॉर्ड साल 1994 में शुरू किया गया था। दरअसल नायडू ने साल 1916 से लेकर 1963 तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला जिसमें ये 47 साल लंबा फर्स्ट क्लास करियर एक रिकॉर्ड भी है। इसके बाद सीके नायडू ने प्रशासक के तौर पर भी बोर्ड को अपनी सेवाएं दी। सचिन इस खास अवॉर्ड को पाने वाले 31वें खिलाड़ी हैं। इससे पहले अब तक कपिल देव, दिलीप वेंगसरकर, सैयद किरमानी, के श्रीकांत को भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।