आशीष कुमार गुप्ता
बतौली/सेदम: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली जनपद पंचायत में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर व मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय मरकाम का कार्य करने के तरीके से नाखुश 27 पंचायतों के सरपंचों द्वारा खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को ज्ञापन सौंप जनपद सीईओ को तत्काल हटाने की मांग की गई थी। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए डिप्टी कलेक्टर को जिला कार्यालय में पदस्थ कर दिया गया जबकि सीतापुर के जनपद सीईओ जय गोविंद गुप्ता को बतौली जनपद पंचायत का अतिरिक्त सीईओ का प्रभार दिया गया है।
गौरतलब है कि जनपद पंचायत बतौली के पूर्व सीईओ विजय नारायण श्रीवास्तव के माह अप्रैल में स्वास्थ्य कारणों से लंबी छुट्टी में चले गए थे जो 5 मई को जनपद बतौली में प्रभार लेने वाले थे ।उसके पूर्व ही जिला प्रशासन द्वारा 28 अप्रैल को डिप्टी कलेक्टर संजय मरकाम को बतौली के नवनियुक्त कार्यपालन अधिकारी का जिम्मेदारी सौंपा था लेकिन इनके कार्य करने का तरीका सरपंचों को इतना नागवार गुजरा की सीईओ को तत्काल हटाने खाद्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा था।
सरपंचों द्वारा खाद्ध मंत्री श्री भगत को दिये गए ज्ञापन मे साफ साफ लिखा है की वर्तमान सी ईओ संजय मरकाम द्वारा ग्राम पंचायत मे 3-4 माह पूर्व मे किये गये निर्माण कार्य को लेकर जांच व गुड़वत्ताहीन कहकर सरपंचों को नोटिस व धारा 140 के तहत कार्यवाही का डर सरपंचों को मजबूर कर दिया तथा सीईओ को तत्काल प्रभाव से हटा कर नये सीईओ की पदस्थापना करने की मांग करने लगे जिस पर खाद्यमंत्री श्री भगत ने सरपंचों का मान रखने के लिए ज्ञापन पर तत्काल कार्यवाही हुआ और डिप्टी कलेक्टर को जिला कार्यालय में पदस्थ कर दिया गया।
लेकिन प्रभारी सीईओ के भरोसे कबतक-
अब बड़ा सवाल यह है की जनपद पंचायत बतौली मे प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी के भरोसे कब तक चलेगा जहां 42 ग्राम पंचायतों में संचालित योजनाओ का संचालन कैसे होगा।
जनपद कार्यालय में बैठकर होती है गुणवत्ता जांच
विकासखंड बतौली के सभी पंचायतो में निर्माण कार्य चल रही है अधिकारीयों व कर्मचारियो की कमी से निर्माण कार्य की जांच जनपद में बैठकर की जाती है अधिकारियों के औचक निरीक्षण के अभाव में निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ख्याल कितना रखा जाता होगा सोचा जा सकता है।फिलहाल प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जय गोविंद गुप्ता द्वारा बतौली का प्रभार लिया गया है