लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर हो केस दर्ज, पांच सूत्रीय मांग रखी

बलरामपुर।छत्तीसगढ़ सर्वनाई समाज ने बलरामपुर जिले के कुसमी कुमहारपारा निवासी सूर्यदेव ठाकुर की पत्नी, पुत्री व अबोध पुत्र के हत्या को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से बलरामपुर साप्ताहिक बाजार में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
समाज के लोगों ने लापरवाह पुलिस की रवैया पर जमकर सवाल खड़ा करते हुए कहां कि जैसे ही परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट मौखिक और लिखित रूप से दिया था अगर उसे पुलिस तत्परता दिखाते हुए कार्यवाही करती तो आज हमारे समाज में इतनी बड़ी क्षति नहीं होती कहीं ना कहीं यह स्पष्ट है कि पुलिस के उदासीनता के कारण सर्वनाई सेन समाज के तीन सदस्य नहीं रहे। इस मामले पर कहीं ना कहीं पुलिस गंभीरता नहीं दिखाई तथा इस मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है लेकिन यह स्पष्ट है कि एक व्यक्ति के द्वारा इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे सकता। पुलिस अभी तक यह भी खुलासा नहीं कर पाई है कि अगर आरोपी गिरफ्तार हुआ है कुसमी के साप्ताहिक बाजार से लापता हुए मां, पुत्र व पुत्री कैसे बलरामपुर पहुंचे और किस हथियार से उनके ऊपर वार किया गया तथा उनके शरीर को इतनी जल्दी कंकाल के रूप में कैसे परिवर्तन हुआ। केवल जांच के आश्वासन दिया जा रहा है इसके विरोध मे समाज के लोग एकत्रित हुए हैं और एक दिवसीय प्रदर्शन प्रदशर्न कर  मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

सर्वनाई सेन समाज ने पांच मांग रखी

परिस्थितियों से स्पष्ट है कि शासन-प्रशासन द्वारा बरती गई लापरवाही और यथा समय समुचित कार्यवाही न किए जाने के कारण यह नृशंस हत्या हुआ है इस लिए मृतक के परिवार को 2 करोड रुपए मुआवजा राशि शासन द्वारा दिया जाए। मृतकों के परिजन से किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाए। परिवार के 15 वर्ष से बच्ची मधु ठाकुर की पढ़ाई का संपूर्ण खर्च शासन द्वारा वहन किया जाए। कोई एक व्यक्ति अकेले एक साथ तीन लोगों की हत्या नहीं कर सकता और साक्ष को छिपाने तथा शव को दफन नहीं कर सकता इससे यह स्पष्ट है की घटना में अन्य अपराधी शामिल होंगे इसकी गहन छानबीन कर अन्य अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार की जाए तथा उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई किया जाए। मृतक के परिजनों को पुलिस को दी गई 01 अक्टूबर 2024 की मौखिक सूचना पर यदि पुलिस सक्रिय हो जाती और पुलिस द्वारा समुचित कार्रवाई की जाती तो यह नृशंस हत्या नहीं होती।

लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर हो केस दर्ज

इस मामले में प्रदेश उपाध्यक्ष अविनाश कुमार ठाकुर ने कहा कि मृतक के परिजनों के द्वारा 1 अक्टूबर को मौखिक सूचना पर यदि पुलिस कार्रवाई करती तो शायद यह हत्या नहीं होती जवाबदार पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की वजह से हत्या हुई है। इसमें संबंधित पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध अपराधीक प्रकरण दर्ज होना चाहिए।

मांग पूरी नहीं होने पर होगा आंदोलन

समाज के लोगों ने कहा कि यदि हम लोगों के पांच सूत्र मांग पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं होता है तो समाज के लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है हम सभी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।

भारी पुलिस बल किया गया तैनात

लगातार बलरामपुर जिले में हो रही घटनाओं को देखते हुए पुलिस विभाग ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था और कलेक्ट्रेट के सामने बैरिकेट्स लगाया गया था जिससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस को डर बन रहा था की कही समाज के लोग किसी प्रकार का उग्र आंदोलन न करें।

धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष अविनाश कुमार ठाकुर, राजेन्द्र कुमार ठाकुर(राजू) (प्रदेश उपाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ), जिला अध्यक्ष मंटू ठाकुर, राजा ठाकुर ,सुरजदेव ठाकुर , प्रमोद ठाकुर, दिनेश ठाकुर, अरून ठाकुर ,गणेश ठाकुर, मिथलेश ठाकुर , वीरेंद्र ठाकुर, अंशू ठाकुर, रोहित ठाकुर, ओमप्रकाश ठाकुर ,बबलू ठाकुर, राजेश ठाकुर , राजेन्द्र कुमार श्रीवास, प्रभु ठाकुर, जनेश्वर ठाकुर आदि मौजूद थे।

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