अंबिकापुर: सरगुजा संभाग के आयुक्त ने मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ योजना (MMGGPY) के तहत घटिया सड़क निर्माण और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से करोड़ों की सरकारी राशि गबन के मामले में कलेक्टर सरगुजा को जांच के आदेश दिए हैं। यह मामला अधिवक्ता और आरटीआई कार्यकर्ता डॉ. डीके सोनी द्वारा दायर शिकायत पर आधारित है।
शिकायत के अनुसार, वर्क ऑर्डर क्रमांक 1370 (दिनांक 4/7/2020) के तहत ठेकेदार योगेश जायसवाल को 98.64 लाख रुपये के निर्माण कार्य का ठेका 68% रियायती दर पर 76.27 लाख रुपये में दिया गया था। यह कार्य चार सीसी सड़क सह नाली निर्माण परियोजनाओं के लिए था। ठेकेदार द्वारा तय समयसीमा में कार्य पूरा नहीं किया गया, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी पूर्णता प्रमाण पत्र जारी कराकर पूरी राशि आहरित कर ली गई।
डॉ. सोनी ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य बेहद घटिया गुणवत्ता का है और साइट पर निरीक्षण से यह स्पष्ट है। शिकायत में ठेकेदार और अधिकारियों पर फर्जी एमबी बनाकर शासन की राशि गबन करने और निर्माण कार्यों में अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा, खनिज चुकता प्रमाण पत्र भी फर्जी तरीके से तैयार किया गया।
आयुक्त सरगुजा संभाग ने शिकायत की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर सरगुजा को 15 दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।