आशीष कुमार गुप्ता
बतौली/ सेदम: सरगुजा जिले में करोड़ों रुपए की स्कूल मरम्मत का कार्य चल रहा है जर्जर भवन के मरम्मत कार्य की देर से मिली स्वीकृति स्कूल खुलने पर स्कूली बच्चों को बैठाने पढ़ाने हेतु शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए मुसीबतों का पहाड़ बना हुआ है बरसात के मौसम में हो रहे मरम्मत कार्य सब पर भारी पड़ रहा है।

गौरतलब है कि विकासखंड बतौली के माध्यमिक शाला प्राथमिक शाला के जर्जर भवनों हेतु मरम्मत कार्य की करोड़ों रुपए की स्वीकृति मिली हुई है लेकिन सही मानिटरिंग के अभाव में कार्य की धीमी रफ्तार हो गई है जिसके परिणाम स्वरूप बच्चों को भवन की कमी से मौसम खुलने पर पेड़ के नीचे और बारिश होने पर एक ही रूम में भेड़ बकरियों की तरह ठुसकर बैठाया और पढ़ाया जा रहा है।

विकासखंड बतौली के लिए प्राथमिक शाला का मरम्मत कार्य वहां पदस्थ प्रधान पाठक द्वारा कराया गया हैऔर करवाया भी जा रहा हैं।जबकि माध्यमिक शाला का मरम्मत कार्य ठेकेदारों द्वारा करवाया जा रहा हैं जिसका निर्माण एजेंसी आरईएस विभाग बतौली है माध्यमिक शाला हेतु विकासखंड में 53 जर्जर भवनों की स्वीकृति मरम्मत कार्य हेतु की गई है जिसके अनुमानित राशि ढाई लाख से 3 लाख सत्तर हजार रुपए तक की राशि स्वीकृति मिली है। देर से मिली स्वीकृति का परिणाम 53 भवनों में से 8 भवन का ही मरम्मत कार्य पूर्ण हुआ है और बाकी भवनों का मरम्मत कार्य बारिश तथा अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के अभाव में कछुए की चाल चल निर्माण हो रहा है।



धीमी निर्माण गति का आलम यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 43 से सटे ग्राम पंचायत वेलकोटा स्थित माध्यमिक शाला बैगापारा का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है और यहां अध्ययनरत 22 स्कूली बच्चों को जर्जर भवन से भी खतरनाक खंडहर भवन के एक कमरे में ही कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक के बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जा रहा है।जो बच्चों सहित शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है

विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों का कारनामा

गंभीर विषय है की कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक के 22 बच्चों को पढ़ाने हेतु बैगापारा वेलकोटा माध्यमिक शाला में प्रधान पाठक के साथ एक शिक्षक और 3 शिक्षिकाएं हैं जबकि उत्कृष्ट पूर्व माध्यमिक विद्यालय हिंदी माध्यम बिलासपुर में कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक के डेढ़ सौ बच्चों की जनसंख्या को पढ़ाने प्रधान पाठक के साथ एक सहायक शिक्षक पदस्थ है जबकि एक अन्य शिक्षक पहाड़ी कोरवा आश्रम अधीक्षक बनाकर अटैच में रखा गया है जो एक गंभीर विषय है जहां उच्च अधिकारियों की पैनी नजर नहीं पड़ती है। जिससे शिक्षा के अधिकार कानून का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।

स्कूल के जर्जर भवनों के मरम्मत कार्य की धीमी गति पर बतौली के आर ई एस विभाग के एसडीओ चंद्रभान कुमार ने बताया कि भवन के मरम्मत कार्य प्रगति पर है जिसे शीघ्र पूरा करने की कोशिश किया जा रहा है।जबकि जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे ने बताया कि जहां जहां शिक्षकों की कमी है वहां शिक्षकों की पूर्ति की जाएगी

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!