
सीतापुर/रूपेश गुप्ता: इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, मैनपाट के द्वारा कुलपति डॉ.गिरीश चंदेल के सफल मार्गदर्शन व निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एस.एस. टुटेजा के निर्देशानुसार तिलहन फसलों के रकबा व उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रबी मौसम में तिलहन मॉडल ग्राम योजनाअंतर्गत ग्राम बामलाया, तेलाईधार व राजापुर में सरसों का 300 एकड़ रकबे में प्रदर्शन लगाया गया था। सरसों की फसल का निरिक्षण के लिए निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एस. एस. टुटेजा द्वारा तीन सदस्ययी वैज्ञानिक निरिक्षण दल का गठन किया गया।
इ. गा. कृ. वी. कृषि प्रसार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एम. ए. खान द्वारा की गयी, जिसमे प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विनय समाधिया व वैज्ञानिक डॉ. डी.पी. पटेल सम्मिलित थे। वैज्ञानिक निरिक्षण दल ने केवीके मैनपाट द्वारा तिलहन मॉडल ग्राम तेलाईधार, बमलाया व राजापुर में लगे सरसों की फसल का निरिक्षण किया। इस अवसर पर ग्राम तेलाईधार व बमलाया में सरसों के खेत में प्रक्षेत्र दिवस भी आयोजित किया गया। डॉ. एम. ए. खान ने किसानों को समस्याओं को जाना एवं किसानों को तिलहन फसलों की उन्नत उत्पादन तकनिकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। निरिक्षण दल के द्वारा कृषकों के खेत में लगे सरसों के प्रदर्शन की सराहना की व कृषि विज्ञान केंद्र मैनपाट सीतापुर के वैज्ञानिको को शुभकामनायें प्रेषित किया।
इस निरिक्षण के दौरान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. संदीप शर्मा एवं अन्य वैज्ञानिक प्रदीप कुमार लकड़ा, डाॅ. सूरज चन्द्र पंकज व डॉ. शमशेर आलम उपस्थित रहे।