कोरबा। कोल इंडिया चेयरमैन पी एम प्रसाद ने की एसईसीएल की समीक्षा, गेवरा, दीपका, एवं कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट्स में लिया खनन गतिविधियों का जायज़ा
“देश की ऊर्जा आवश्यकताओं की आपूर्ति के लिए एसईसीएल की भूमिका महत्वपूर्ण है”, यह बात एसईसीएल दौरे पर आए कोल इंडिया चेयरमैन पी एम प्रसाद ने कही। श्री प्रसाद एक महत्वपूर्ण दौरे के अंतर्गत एसईसीएल पहुंचे थे जहां उन्होने कोरबा जिले में अवस्थित कंपनी के तीन मेगा प्रोजेक्ट्स गेवरा, दीपका, एवं कुसमुंडा का दौरा किया एवं खनन गतिविधियों का जायज़ा लिया और शत-प्रतिशत योगदान करते हुए उत्पादन के वार्षिक लक्ष्य को हासिल करने का आह्वान किया।

एसईसीएल दौरे के पहले दिन 04 अगस्त 2023 शाम को चेयरमैन कोल इण्डिया पी एम प्रसाद बिलासपुर पहुंचे जहां आगमन पर सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा, निदेशक मण्डल, एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी जयंत कुमार खमारी ने बिलासपुर भवन में पुष्पगुच्छ देकर उनका आत्मीय स्वागत किया एवं सदीक्षा भेंट की। यहाँ से श्री प्रसाद सीधे गेवरा के लिए निकले जहां उन्होने देर रात गेवरा हाउस में एसईसीएल की समीक्षा बैठक ली । बैठक में मेगा प्रोजेक्ट्स व कोरबा महाप्रबंधक उपस्थित रहे वहीं शेष एरिया महाप्रबंधक वीसी के माध्यम से जुड़े। बैठक में एसईसीएल के कार्य निष्पादन व इस वित्तीय वर्ष में अब तक हासिल लक्ष्यों के सम्बंध में वृहत प्रस्तुति दी गई। चेयरमैन कोल इण्डिया ने सभी एरिया के महाप्रबन्धकों से परिचय प्राप्त करते हुए उनके लक्ष्य व चुनौतियों के बारे में बात की।कुसमुंडा क्षेत्र में चेयरमैन, कोल इण्डिया, पी एम प्रसाद पहुंचे।


दौरे के अगले दिन कोल इण्डिया चेयरमैन पीएम प्रसाद तड़के कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट के निरीक्षण पर पहुँचे। वे व्यू प्वाइंट गये तथा खनन गतिविधियों का निरीक्षण किया। कुसमुंडा टीम ने पॉवर प्वाइंट प्रस्तुति के ज़रिए क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी दी।

कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट इस वित्तीय वर्ष 50 एमटी उत्पादन, 52 एमटी डिस्पैच व 60 (एमक्यूएम) ओबीआर के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। इस वर्ष अब तक एरिया ने गत वर्ष की तुलना में कोयला उत्पादन में 49 % , ओबीआर में 44 प्रतिशत व डिस्पैच में 12 % की वृद्धि दर्ज की है। प्रस्तुति के दौरान, एसईसीएल के तीन मेगा प्रोजेक्ट्स में लागू डिजीकोल परियोजना की चर्चा करते हुए बताया गया कि कोल इण्डिया में पहली बार, कुसमुंडा से सटे खोडरी गाँव में भूमि अधिग्रहण में डिजिटाइजेशन का पूर्ण प्रयोग हो रहा है। परियोजना में लगे ड्रोन की मदद से खदान के हॉल रोड के ग्रेडिएंट को सुधारने में मदद मिली है।

कुसमुंडा परियोजना के निरीक्षण उपरांत चेयरमैन, गेवरा एरिया में हाल हीं में उद्घाटित रैपिड रेल लोड आऊट सिस्टम का अवलोकन करने पहुँचे। डिस्पैच की इस आधुनिक व्यवस्था की क्षमता 20 एमटीवाई है।देश की सबसे बड़ी कोल माईन गेवरा के ग्राउण्ड जीरो पर पहुंचे चेयरमैन कोल इण्डिया, डिस्पैच व्यवस्था का अवलोकन, दीपका खदान का भी निरीक्षण किया।

दौरे के अगले चरण में चेयरमैन श्री प्रसाद ने गेवरा मेगा प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। व्यू प्वाइंट से माईन प्लान की जानकारी लेने के उपरांत वे कोल फ़ेस गये तथा ग्राउंड-जीरो पहुँचकर खदान के विस्तार , वार्षिक लक्ष्य प्राप्ति आदि बिंदुओं पर चर्चा की । तदंतर वे गेवरा के नये पब्लिक साइलो गये एवं कार्य के प्रगति की समीक्षा की। वे साइलो के व्यू प्वाइंट तक गये तथा रेल रेक की उपलब्धता , कोल स्टॉक , कोयला प्रेषण की रणनीति आदि बिंदुओं पर चर्चा किया।
चेयरमैन कोल इण्डिया दीपका मेगा प्रोजेक्ट भी गए तथा माईन व्यू-प्वाइंट से खदान का निरीक्षण किया एवं मलगाँव, सुआभोंडी आदि समीपवर्ती गाँवों के भूमि-अधिग्रहण की जानकारी ली।

दौरे के दौरान एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा, कम्पनी निदेशक मंडल से निदेशक तकनीकी (संचालन) एस के पाल, निदेशक (वित्त) जी श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एसएन कापरी, निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, क्षेत्रीय महाप्रबंधक कुसमुंडा संजय मिश्रा एवं क्षेत्रीय महाप्रबंधक गेवरा एवं दीपका एस के मोहंती के साथ रहे।

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