अंबिकापुर: केन्द्रीय सचिवालय के 42 अनुभाग अधिकारियों ने जिले के विलेज अटैचमेंट कम एक्सपोजर विजिट के पश्चात बुधवार को कलेक्टर कुंदन कुमार को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
कलेक्टर कुंदन कुमार ने सभी अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। कलेक्टर ने कहा कि किसी गांव का अध्ययन करने के लिए 2 दिन का समय बहुत कम होता है। इसमें हम सारी जानकारी अच्छे से एकत्र नहीं कर पाते। गांव में कुछ संसाधन बेहतर हो सकते हैं लेकिन हम यह नहीं जानते कि जब छत्तीसगढ़ बना था तब की स्थिति क्या थी। उस स्थिति से नवोदित छत्तीसगढ़ आज बेहतर स्थिति में नजर आ रहा है। आज छत्तीसगढ़ शासन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के लिए गोधन न्याय जैसी योजना चला रही है। गोठान के माध्यम से समूह की दीदियों और पशुपालकों के खाते में डायरेक्ट पैसा ट्रांसफर कर रही है। हमें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संबल प्रदान करने वाले योजनाओं का गहन अध्ययन करने की आवश्यकता है। आप सभी होनहार और विद्वान लोग हैं। निश्चित ही सरगुजा के एक्सपोजर प्रोग्राम से ग्रामीण जीवन शैली के बारे में आपको जानने समझने का मौका मिलेगा। आगे चलकर बेहतर चीजों को आप अपने जीवन मे अपनाएंगे। आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।
सभी अनुभाग अधिकारियों ने विलेज अटैचमेंट प्रोग्राम के दौरान गांव में बिताए अनुभव के संबंध में अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि हमने 2 दिन तक गांव में रहकर गांव की भौगोलिक और आर्थिक स्थिति के बारे में गहन अध्ययन किया। हम लोग आंगनबाड़ी, स्कूल, पंचायत भवन, गोठानों में गए। वहां के बच्चों से और समूह की दीदियों से बात की।
ज्ञातव्य है कि सभी सेक्शन ऑफिसर एक सप्ताह के विलेज अटैचमेंट कम एक्सपोजर प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए जिले में हैं। सभी अधिकारियों ने चयनित ग्राम पंचायत में रहकर केंद्र व राज्य की विभिन्न योजनाओं का सूक्ष्म अवलोकन किया। प्रशिक्षण की समाप्ति पर बुधवार को सभी ने अपनी रिपोर्ट कलेक्टर एवं जिला सीईओ के समक्ष प्रस्तुत किया।