अम्बिकापुर: छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि प्रदेश में शिक्षक एलबी संवर्ग जिनकी संख्या लगभग 1 लाख 80 हजार से ज्यादा हैं जिनमे छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा, छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन प्रांताध्यक्ष मनीष मिश्रा, शालेय शिक्षक संघ प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे, नवीन शिक्षक संघ प्रांताध्यक्ष विकास राजपूत, छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ प्रांताध्यक्ष केदार जैन की 05 जुलाई 2023 को राजधानी रायपुर में एकता बैठक की गयी, जिसमें एलबी संवर्ग के शिक्षकों के भावना और हितो को सर्वोपरि मानते हुए तथा सरकार द्वारा शिक्षको के मांगो पर ध्यान नही देने के कारण शासन के विरोध में एकजुट होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया, बैठक में सभी संघों द्वारा सर्वसम्मति से “छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा” का गठन किया गया है।
मनोज वर्मा ने बताया कि मोर्चा के बैनर तले होने वाले आंदोलन की रणनीति के सम्बन्ध में शिक्षक संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने रायपुर प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस में संयुक्त वक्तव्य देते हुए कहा है कि सभी घटक संघ एकजुट हो जाये तथा अपनी पूर्व सेवा की गणना, प्रथम नियुक्ति तिथि से लेने हेतु समन्वय बनाये, प्रेस कांफ्रेंस के बाद मंत्रालय जाकर मुख्यसचिव, प्रमुख सचिव शिक्षा, सचिव वित्त व सामान्य प्रसाशन तथा डीपीआई को हड़ताल की सूचना देते हुए एलबी संवर्ग शिक्षको की एक सूत्रीय मांग “पुर्व सेवा की गणना कर – सही वेतन निर्धारण करते हुए सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कर / क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान कर, पुरानी पेंशन प्रदान करे एवं कुल 20 वर्ष की पूर्ण सेवा पर पुरानी पेंशन दिया जावे।” का ज्ञापन दिया गया।
इस एक सुत्रीय मांग को लेकर आंदोलन का निर्णय लेकर रूपरेखा तय किया गया है । जिसके अंतर्गत आगामी 18 जुलाई 2023 को राजधानी रायपुर में एक दिवसीय जंगी प्रदर्शन किया जाएगा।
मांगो की पूर्ति न होने की दशा में 31 जुलाई 2023 से सभी विकासखंड और जिला मुख्यालय में अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज किया गया है। मांग और आंदोलन की सूचना मोर्चा द्वारा 11 से 13 जुलाई तक जिला मुख्यालय में कलेक्टर व तहसील में एसडीएम व तहसीलदार के माध्यम से शासन – प्रशासन को दिया जाएगा।
मोर्चा के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने बताया कि शिक्षक संवर्ग की मांगों को लगातार शासन प्रशासन को बताया गया, चर्चा किया गया, ज्ञापन दिया गया, धरना, आंदोलन व प्रदर्शन भी किया गया, परन्तु कोई भी निर्णय नही लिया गया।
जनघोषणा पत्र में शिक्षको की क्रमोन्नति, पुरानी पेंशन, वेतन विसगति, पदोन्नति जैसे बड़े विषय को शामिल किया गया है, किन्तु अब तक निर्णय नही लिया गया है। शिक्षक संवर्ग का संविलियन किया गया है परंतु पूर्व सेवा की गणना नही करने से अपेक्षित लाभ नही मिल रहा है, शिक्षको से किये गए वादे पूरे नही किये गए है, जिससे एल बी संवर्ग के शिक्षको में भारी आक्रोश व्याप्त है।