बलरामपुर।बलरामपुर वन विभाग ने खीरे की आड़ में लकड़ी की तस्करी करने वाला तस्कर को गिरफ्तार कर भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्रवाई किया। वन विभाग ने जब्त लकड़ी 52 हजार व पिकअप वाहन की 8 लाख रुपए आंकी हैं।
वनमंडलाधिकारी अशोक तिवारी के निर्देश मे संगठित वन अपराध की रोकथाम की सघन मुहीम चलाई जा रही है। इसी कड़ी में 13 अगस्त को मुखबिर से सुचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति जंगल में साल प्रजाति के बोंगी बनाकर अवैध रूप से पिकअप वाहन से परिवहन कर राज्य से बाहर ले जा रहे है जिस पर तत्काल बलरामपुर वन परिक्षेत्राधिकारी निखिल सक्सेना के नेतृत्व मे एक टीम गठित कर सेंदूर गांव में भेजा गया। बीती रात्रि करीब ढाई बजे एक पिकअप वाहन जंगल की ओर जाते हुए देखा गया था। अल सुबह पिकअप वाहन वापस आता दिखाई दिया जिसे वन अमला की टीम के द्वारा रोकवाया गया। पिकअप वाहन रूकते के साथ ही पिकअप मे सवार सभी लोग फरार हो गए पतासाजी करने पर एक व्यक्ति को पकड़ा जिसका नाम दिनेश यादव पिता गुलाब चंद यादव ग्राम मेवारी बसंतपुर का निवासी बताया। पिकअप वाहन मे साल प्रजाति के 06 नग बोंगी लोड था एवं लकडी के उपर खीरा का बोरी लोड था। वन विभाग के टीम के द्वारा लकडी सहित पिकअप वाहन क्रमांक यूपी 64 बीटी 6187 को जब्त कर आरोपी दिनेश यादव को बलरामपुर कार्यालय लाया। ज़ब्त वाहन के विरूद्व राजसात कि कार्यवाही कि जा रही है। दिनेश यादव से पुछताछ करने पर बताया कि अवैध परिवहन का कार्य पिछले 3-4 दिन पूर्व में भी किया था, लकड़ी बनारस ले जाकर बेचता था। कार्यवाही के दौरान अनिल कुजूर, दिवाकर पटेल, राजेश राम, अजीत कुजूर रंजित कुमार तिग्गा, लक्ष्मण राम, शिवशंकर सिंह, सुरेंद्र सिंह उईके मौजुद थे। शेष फरार आरोपियो कि तलाशी में वन विभाग की टीम जुटी हुई हैं। वन विभाग के द्वारा भारतीय वन अधिनियम 1927 व छत्तीसगढ़ व्यापार विनियमन 1969 के तहत वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। वन अपराध रोकथाम के लिए वन परिक्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में वन अमला के द्वारा गश्ती एवं देखरेख सतत रूप से की जा रही है।