बलरामपुर: बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में सौर सुजला योजना के माध्यम से कृषकों का जीवन बदल रहा है। विद्युत विहिन क्षेत्रों में इस योजना के आने से न केवल पैदावार बढ़ी है बल्कि कृषकों की आर्थिक स्थिति भी बेहतर हुई है। योजना अंतर्गत वर्ष 2018-19 से वर्तमान समय तक जिले के कुल 6360 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। वर्तमान में सिंचाई पम्पों की स्थापना कर 7632 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई कार्य किया जा रहा है।
सौर सुजला योजनांतर्गत कृषकों को बेहतर सिंचाई की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जिले में सोलर सिंचाई पम्पों की स्थापना वर्ष 2018-19 में 1502, वर्ष 2019-20 में 946, वर्ष 2020-21 में 1100, वर्ष 2021-22 में 1799, एवं वर्ष 2022-23 में 1013 सोलर पम्पों की स्थापना की गई है। इस योजनांतर्गत सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए 03 एच.पी. और 05 एच.पी. क्षमता के सौर सिंचाई पम्प की स्थापना में शासन की ओर से अनुदान पर दिया जा रहा है।
इस योजना ने न केवल किसानों को अपनी भूमि पर खेती करने के लिए अधिक सक्षम बनाया है, बल्कि ग्रामीण छत्तीसगढ़ को मजबूती भी प्रदान की है। यह योजना उन किसानों के लिए एक वरदान की तरह है, जो विद्युत कनेक्शन न होने के कारण सिंचाई से वंचित थे। इस योजना का लाभ उन कृषकों को दिया जा रहा है जिनके पास जल स्त्रोंत जैसे- नदी, तलाब, कुआं व बोरवेल पहले से ही उपलब्ध है। इस योजना से लाभान्वित हितग्राही पहले एक ही फसल ले रहे थे, परंतु सोलर पंप स्थापना के पश्चात् कृषक 02 से अधिक फसल व साग, सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं। जिससे उनके आय में निरंतर वृद्धि हुई है। जिससे उनके जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है ।
इस योजना का क्रियान्वयन विद्युत पहुंच विहीन क्षेत्रों में किया जा रहा है। इसमें कृषकों को सिंचाई हेेतु सोलर पम्पांे की सुविधा प्रदान की जा रही है। योजना में अ.ज.जा./अ.जा. एवं लघु सीमान्त कृषक जो धान के साथ-साथ जैसे साग-सब्जी अन्य फसलों की पैदावार एवं मिश्रित खेती कर रहे हैं उन्हें प्राथमिकता दिया जाता है। इस योजना अंतर्गत लाभार्थियों का चयन राज्य सरकार के कृषि विभाग व क्रेडा की ओर से किया जाता है। सौर सुजला योजना का मुख्य उद्देश्य रियायती दरों पर सिंचाई पम्प प्रदान कर कृषकों को सशक्त बनाना है।