कोरिया: राजस्व मामलों के निराकरण और लोकहित से जुड़ी मांगों और समस्याओं को सुनकर उनके समाधान के लिए जिला प्रशासन पंचायत स्तर पर समाधान तुंहर दुआर शिविर के माध्यम से आम जन तक पहुंच रहा है। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा स्वयं शुक्रवार से शुरू हुए ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित शिविर में पहुंचे और उपस्थित लोगों से बात की। कई प्रकरणों का मौके पर ही निराकरण भी किया गया।
फौती नामांतरण का प्रकरण शिविर स्थल पर ही ऑनलाइन दर्ज कर हुआ निराकृत, बंटवारा हेतु शीघ्र निराकरण के निर्देश, बरबसपुर के राजेंद्र को आवेदन के तुरंत बाद मिली ऋण पुस्तिका –
कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत शुक्रवार को बरबसपुर और परसगढ़ी में आयोजित शिविर में निरीक्षण करने पहुँचे। शिविर में फौती नामांतरण के लिए आवेदक श्री कृष्ण बिहारी साहू का आवेदन शिविर स्थल पर ही ऑनलाइन दर्ज कर निराकृत किया गया। बंटवारा प्रकरणों पर कलेक्टर ने 15 दिन के भीतर सभी जरूरी प्रक्रिया पूर्ण कर निराकरण के निर्देश नायब तहसीलदार को दिए। बरबसपुर के श्री राजेंद्र प्रसाद को आवेदन के तुरंत बाद ऋण पुस्तिका तैयार कर कलेक्टर के द्वारा उन्हें सौंपी गई।
बरबसपुर शिविर में आवेदिका अनिमा खलखो द्वारा जाति प्रमाणपत्र का आवेदन दिया गया। कलेक्टर ने अनिमा से बात की, तब अनिमा ने बताया कि उनकी 4 साल की बेटी अनन्या पिछले वर्ष माध्यम कुपोषण की श्रेणी में थी, आंगनबाड़ी से मिले पोषण आहार से आज वह सुपोषित हो चुकी है।कलेक्टर ने प्रभावित होकर उन्हें आंगनबाड़ी द्वारा बताए पोषण टिप्स का ध्यान रखने कहा।
इसी प्रकार ग्राम पंचायत परसगढ़ी में भी बड़ी संख्या में ग्रामीण जन पहुंचे। शिविर में गांव में पेयजल की समस्या पर कलेक्टर ने 1 सप्ताह में हैंडपम्प सुधार कर समस्या के निराकरण के सख्त निर्देश दिए और निराकरण की रिपोर्ट भी अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से गांव में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों के ई-केवायसी की जानकारी ली एवं 31 मार्च तक पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने शिविर में आये लोगों से पंचायत क्षेत्र में शासकीय कार्यों और योजनाओं के क्रियान्वयन पर फीडबैक लेते हुए स्कूल में शिक्षकों की उपस्थिति, विद्युत व्यवस्था, गौठान के संचालन, पशु चिकित्सकों को उपस्थिति, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की उपस्थिति, खाद-बीज की उपलब्धता, आंगनबाड़ी संचालन, आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका संचालिका की उपस्थिति एवं विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन की जानकारी ली।