कोरिया: कोरिया पुलिस ने 1.63 करोड़ रुपये के गबन के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपियों ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी स्पंदन स्पूर्ति फाइनेंशियल लिमिटेड की महिला हितग्राहियों से लोन राशि ठगने की योजना बनाई थी।
यह मामला तब सामने आया जब कंपनी के नए शाखा प्रबंधक संजू कुमार तिर्की ने बैकुंठपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व शाखा प्रबंधक दिलकश कादरी ने सुनील साहू और नीलकमल राय के साथ मिलकर 391 महिलाओं के नाम पर स्वीकृत लोन राशि को अपने निजी खातों में हस्तांतरित कर लिया। इन महिलाओं को रोजगार देने के झूठे वादे के साथ धोखाधड़ी की गई थी। लोन की राशि, जो प्रति महिला 42,000 रुपये थी, किसी भी हितग्राही तक नहीं पहुंची।
शिकायत दर्ज होते ही पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने मामले को गंभीरता से लिया और 24 घंटे के भीतर आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए। इसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया जिसने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों की पहचान की और बैकुंठपुर और अंबिकापुर के विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों में नीलकमल राय और उनकी पत्नी सुनीता सिंह बैकुंठपुर से, सुनील साहू महोरा से, और दिलकश कादरी अंबिकापुर से गिरफ्तार हुए। सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 420 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह गबन अक्टूबर 2023 से मई 2024 के बीच हुआ था, जब दिलकश कादरी ने 391 महिलाओं के नाम पर लोन स्वीकृत किए थे। नई शाखा प्रबंधक द्वारा हितग्राहियों से पूछताछ के बाद ही इस षड्यंत्र का खुलासा हुआ। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने के लिए टीम की प्रशंसा की और मामले की जांच जारी है।