आशीष कुमार गुप्ता
अंबिकापुर/सेदम: सरगुजा के शासकीय महाविद्यालय बतौली में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन विकासखंड बतौली के ग्राम पंचायत घोघरा में सम्पन्न हुआ। शिविर के अंतिम दिवस पर आयोजित समापन समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ग्राम पंचायत घोघरा के उपसरपंच जम्हर साय केरकेट्टा थे।
समापन समारोह की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी.आर. भगत ने किया, विशिष्ट अतिथि के रूप में पंकज गुप्ता प्रधान पाठक, बलराम चंद्राकर सहायक प्राध्यापक वाणिज्य, जीवियन खेस सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी, सुभागी भगत सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र, मधुलिका तिग्गा सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र, सुश्री सुमित्रा गिरी अतिथि प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, जितेंद्र कुमार दास अतिथि प्राध्यापक प्राणी शास्त्र, गोपाल प्रधान अतिथि प्राध्यापक वाणिज्य रहे।
समापन समारोह का शुभारंभ युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद और विद्या की देवी सरस्वती के छायाचित्र पर धूप-दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ एवं पुष्पाहार से किया गया। शिविरार्थियों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि जम्हर साय केरकेट्टा ने कहा कि युवा जब शिविर में ग्रामीण समाज के साथ काम करते हैं तो स्वयं के साथ ग्राम और समाज सभी का विकास करते हैैं। स्वयंसेवकों ने शिविर के दौरान ग्रामीणों परिदृश्य और ग्रामीण जनों से सीखे अनुभवों का अनुसरण अपने जीवन में करना चाहिए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि पंकज गुप्ता ने कहा कि हमारे गांव में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के शिविर में स्वयंसेवकों का आगमन ग्रामीणों में नवऊर्जा का संचार किया है जिसका प्रभाव गांव में प्रत्यक्ष रूप में देखा जा सकता है। शिविर में स्वयंसेवकों ने गांव में भ्रमण कर स्वच्छता कार्यक्रम, नशा उन्मूलन रैली एवं प्रभात फेरी के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूकता का संदेश दिया है वह अनुकरणीय है। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. बी.आर. भगत ने कहा कि शिविर में बताये गए अनुशासन एवं सीखों को जीवन में अमल करना चाहिए तभी इस शिविर की सार्थकता सिद्ध होगी।
राष्ट्रीय सेवा योजना के इस सात दिवसीय शिविर में प्रत्येक दिवस बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा था जिसमें विभिन्न शीर्षकों पर विषय विशेषज्ञों का व्याख्यान हो रहा था जिसमें “नशा उन्मूलन कार्यक्रम और विद्यार्थी” शीर्षक पर प्रो. बलराम चंद्राकर ने, “नारी सशक्तीकरण एवं महाविद्यालयीन छात्राएं” शीर्षक पर प्रो. मधुलिका तिग्गा ने, “समाज में शिक्षा का महत्व” शीर्षक पर प्रो. जीवियन खेस ने, “पर्यावरण संचेतना एवं जागरूकता में विद्यार्थियों की भूमिका” शीर्षक पर जितेंद्र कुमार दास ने एवं “राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका” शीर्षक पर सुभाष राम पैकरा ने व्याख्यान दिया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी तारा सिंह मरावी ने सात दिवसीय शिविर की गतिविधियो की जानकारी प्रतिवेदन के माध्यम से दिया। समापन समारोह में सुभाष राम पैकरा जी ने स्वयंसेवकों के समर्पण एवं निष्ठा की तारीफ करते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दिया। बालेश्वर पन्ना जी ने कहा कि शिविर में किए गए कार्य का लाभ शिविरार्थियों को जीवन को बेहतर बनाने में सहायक होगा और शिविर का अनुभव प्रेरक साबित होगा। मूसन राम पटेल जी ने शिविर में किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वयंसेवकों द्वारा हमारे गांव में किए कार्यों से ग्रामीणों में स्वच्छता एवं शिक्षा के प्रति जागरूकता का विकास होगा।
समापन समारोह कार्यक्रम में शिविरार्थी छात्र–छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें नशा उन्मूलन, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण एवं देशभक्ति गीतों पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया। शिविर के स्वयंसेवकों ने अपने अनुभवों को बताते हुए इसे जीवन का एक बेहतरीन अनुभव एवं यादगार पल बताया। मंचासीन अथितियों द्वारा स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। समारोह कार्यक्रम में ग्राम घोघरा के पंच राम बनारसी एवं तुने राम के साथ महाविद्यालयीन कर्मचारियों राम प्रसाद राम, राधे सिंह कंवर, अक्षय आनंद कच्छप, राजेश तिर्की, फुलकुंवारी पैकरा सहायक शिक्षिका प्राथमिक शाला बैगा पारा एवं परसाढाब के विद्यार्थियों के साथ घोघरा के ग्रामवासियों के साथ महाविद्यालयीन छात्र–छात्राएं उपस्थित रहे। राष्ट्र सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी तारा सिंह मरावी ने अथितियों एवं ग्रामीणों का आभार प्रकट किया।