सूरजपुर: जिले में योजनातर्गत कलेक्टर इफ़्फत आरा के निर्देशन एवम् जिला सीईओ लीना कोसम के मार्गदर्शन में जिले के 3026 निर्माणाधीन आवासों में से निर्माण कार्य पूर्ण करा चुके 1926 हितग्राहियों के खातों में आगे के निर्माण के लिए राशि जारी की जा चुकी है, शेष 1100 हितग्राहियों ने प्राप्त राशि के विरुद्ध कार्य नहीं कराया है जिसके कारण उन्हें राशि प्राप्त नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत तथा जिला पंचायत का समस्त अमला आवास के इन हितग्राहियों को जल्द आवास बनाने के लिए आवास चौपाल के माध्यम से निरंतर समझाईस/प्रोत्साहित कर रहा है, निर्माण नहीं कराने की दशा में नियमानुसार राजस्व कार्यालय में वसूली हेतु प्रकरण तैयार कर भेजा जा रहा है।
जिले में 748 ऐसे हितग्राही भी है, जिन्होंने तृतीय किस्त तक की राशि प्राप्त कर रखी है परंतु इस राशि का निर्माण नही करा रहे है जिससे इन्हे अंतिम किस्त प्राप्त नहीं हो पा रही है। इसमें भैयाथान जनपद से 143, ओडगी से 182, प्रतापपुर से 12, प्रेमनगर से 104, रामानुजनगर से 125 व सूरजपुर से 182 हितग्राही शामिल है। जिले में लगभग 5000 आवास पूर्ण थे पर इन्हे अंतिम किस्त की राशि प्राप्त नहीं हुई थी। उनके खातों में अंतिम किस्त हस्तांतरित की जा चुकी है, पूर्ण करते जा रहे हितग्राहियों का अंतिम किस्त तत्काल दिया जा रहा है।
वर्तमान में प्रथम, द्वितीय,तृतीय व चतुर्थ किस्त के रूप में भैयाथान जनपद से 1203, ओड़गी से 1457, प्रतापपुर से 319, प्रेमनगर से 1061, रामानुजनगर से 1374 तथा सूरजपुर से 1496 हितग्राही शामिल हैं।
राशि प्राप्ति का विवरण-
1. स्वीकृति उपरांत- 25,000 एवं 28 नरेगा मानव दिवस मजदूरी
2. प्लिंथ स्तर पर- 40,000 एवं 24 नरेगा मानव दिवस मजदूरी
3. छत स्तर पर- 40,000 एवं 10 नरेगा मानव दिवस मजदूरी
4. पूर्णता पर- 15,000 एवं 28 नरेगा मानव दिवस मजदूरी
कुल 1,20,000 एवं 90 नरेगा मानव दिवस मजदूरी आवास में जियो टैगिंग/फोटो खींचने अथवा राशि प्राप्त करने/आवास स्वीकृति के नाम पर कहीं कोई पैसा नहीं लगता है, अगर कोई इस प्रकार की राशि की मांग करता है तो आप तत्काल बेझिझक शिकायत कर सकते है। जिला प्रशासन का केवल एक ही अपील है कि प्राप्त राशि का निर्माण कराए और अगली/अंतिम किस्त की राशि प्राप्त कर, आवास पूर्ण कराएं और स्वयं के पक्के मकान में रहें।