सूरजपुर: प्रदेश में सरकारी कर्मचारयों के आंदोलन का आज सातवां दिन है। शासन के रुख से हड़ताली कर्मचारियों में निराशा है। पिछले एक सप्ताह से धरना पंडाल में कर्मचारी नेता जमकर भड़ास निकाल रहे है। 34 फीसदी महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान पर गृहभाड़ा की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन बैनर तले प्रदेश के लगभग 4 लाख कर्मचारी अधिकारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर है। पिछले दो चरणों को मिलाकर 11-12 दिन आंदोलन को हो गई है लेकिन अभी तक सरकार कर्मचारियों के मांगों और आंदोलन को समाप्त करवाने के सम्बन्ध में कोई पहल नहीं कर रही जो निराशाजनक है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिला संयोजक अनिल मिश्रा ने कहा कि अभी तक प्रदेश के समस्त कर्मचारी और अधिकारीयों के द्वारा दो चरणों में 12 दिन आंदोलन करते हो गया है , जिससे सरकार को भी आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ रहा है। इतने दिन के आंदोलन में राज्य सरकार को जो आर्थिक हानि हुई है उनसे तो कर्मचारियों की मांग भी पूरी हो जाती। राजधानी रायपुर – साथ पुरे प्रदेश के तहसील , ब्लाक एवं जिला मुख्यालय में आंदोलन जारी है। अवकाश के दिनों में भी कर्मचारियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।