सूरजपुर। थाना-चौकी में रिकार्ड संधारण, रख-रखाव, रोजनामचा लेखन कार्य, आपसी झगड़े, जमीन संबंधी विवाद पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही का दाखिला सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य की जिम्मेवारी प्रधान आरक्षक मोहर्रिर की होती है। थाना की कार्यवाही की प्रत्येक गतिविधियां इन मोहर्रिरों से होकर गुजरती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने प्रधान आरक्षक मोहर्रिरों के कार्यो को गतिशील व बेहतर बनाने हेतु जरूरी निर्देश देने और प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों सहित बाउण्ड ओव्हर कराए गए मामलों की जानकारी हेतु गुरूवार, 21 नवम्बर 2024 को जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में प्रधान आरक्षक मोहर्रिर की बैठक ली और बैठक में मौजूद पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को इसकी निगरानी करने के निर्देश दिए।
एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा कि प्रधान आरक्षक मोहर्रिर थाना का अभिन्न अंग होता है, अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी सजगता एवं सावधानी से करें, दायित्वों से भागे नहीं बल्कि उसे लगन से तय वक्त में पूरा करें। उन्होंने प्रधान आरक्षक मोहर्रिरों से उनके थाना द्वारा किए गए प्रतिबंधात्मक कार्यवाही का ब्यौरा लेते हुए बाउण्ड ओव्हर का आंकड़ा पूछा। मोहर्रिरों को सख्ते निर्देश दिए कि आपसी झगड़े, जमीन संबंधी विवाद सहित अन्य मामले जिनमें प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाती है उन प्रत्येक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के बाद दोनों पक्षों का कार्यपालिक दण्डाधिकारी से बाउण्ड ओव्हर अनिवार्य रूप से कराए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही ना करें अन्यथा कड़े एक्शन लिए जायेंगे।
इस दौरान सीएसपी एस.एस.पैंकरा, एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम, डीएसपी रितेश चौधरी, निरीक्षक जावेद मियादाद, स्टेनो अखिलेश सिंह सहित सभी थाना-चौकी के प्रधान आरक्षक मोहर्रिर मौजूद रहे।