अम्बिकापुर : छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत शुक्रवार को पशुधन विकास विभाग द्वारा सीतापुर में आयोजित जिला स्तरीय पशु मेला एवं पशु प्रदर्शनी मे शामिल हुए। पशु मेले में पशुओं के नस्ल के आधार पर पशु पालकों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही हितग्राहियों को मिनरल-मिक्चर, बैकयार्ड-कुटकुट तथा नर बकरा क्रय करने हेतु चेक प्रदान किया गया। मंत्री श्री भगत ने पशु मेले में पशुधन विकास विभाग द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन भी किया।खाद्य मंत्री श्री भगत ने पशु मेल में शामिल पशु पालकों को बधाई देते हुए कहा कि पशुपालन आज ग्रामीण क्षेत्रों में लाभ का व्यवसाय बन गया है। पशुपालन वास्तव में किसानों को आर्थिक रुप से मजबूत करने के लिए एक अतिरिक्त आय का साधन है। हमारी सरकार द्वारा पशु पालन को बढावा देकर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी तथा गोधन न्याय योजना जैसे महत्वपूर्ण योजना संचालित की जा रही है। गोठान में पशुओं के लिए आश्रय, चारा और ईलाज की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही पशुपालन विभाग द्वारा पशु पालन और कुक्कुट पालन के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है जिनमें विभिन्न वर्गों के लिए अलग-अलग छूट के प्रावधान हैं। किसानों को पशु पालन के व्यवसाय को अधिक से अधिक अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बकरी पालन ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत ही लाभदायक व्यवसाय है जिसमें बहुत ज्यादा देख-भाल की भी जरूरत नहीं होती है।खाद्य मंत्री श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हमारी सरकार पशु संवर्धन एवं नस्ल सुधार के क्षेत्र में अनेक कार्य कर रही है। इसके साथ ही मुर्गी पालन, मछली पालन को प्रोत्साहित करने के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पशु मेले का आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए ताकि पशु पालकों को जरूरी जानकारी मिलने के साथ ही उन्हें प्रोत्साहन मिल सके।इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर, गौ सेवा आयोग के सदस्य अटल यादव, एसडीएम श्री अनमोल टोप्पो, उप संचालक पशु चिकित्सा एनपी सिंह, गणेश सोनी, तिलक बेहरा सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं पशु पालक उपस्थित थे।